
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकार संभालने के बाद से ही कई सारे नियमों में बदलाव किया है। हालांकि, सबसे अहम बदलाव नागरिकता को लेकर किया गया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि अब जन्म से मिलने वाली नागरिकता के नियम को खत्म किया जा रहा है।
अमेरिका ग्लोबल टैलेंट को अपनी ओर आकर्षित करने वाला देश रहा है, जहां दुनिया के कोने-कोने से लोग नौकरी करने आते रहे हैं। यहां करियर की संभावनाएं सबसे ज्यादा रही हैं, जिसने भारत ही नहीं, बल्कि कई देशों के नागरिकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के अंतर्गत चीजें बदल रही हैं। सरकार संभालते ही ट्रंप ने जन्म से मिलने वाली नागरिकता के नियम को खत्म कर दिया, जिसका बड़ा असर दिखने वाला है।
जन्म से मिलने वाली नागरिकता यूएस इमिग्रेशन पॉलिसी का सबसे अहम हिस्सा है। सरकार का कहना है कि नागरिकता का ये नियम कानूनी गड़बड़ी है, जिसका दशकों से फायदा उठाया गया। हालांकि, इस वजह से अमेरिका में बहस भी छिड़ गई है। राष्ट्रपति ट्रंप के जरिए लिए गए फैसले के समर्थकों का तर्क है कि यह सिस्टम के दुरुपयोग को रोकने का काम करेगा, जबकि आलोचकों का कहना है कि यह अमेरिका की उस पहचान को कमजोर करता है जो अप्रवासियों द्वारा बनाए गए राष्ट्र के रूप में है।
अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे स्किल प्रोफेशनल्स – वहीं, अमेरिका में अवसरों की तलाश के लिए गए प्रोफेशनल्स के लिए स्थिति ज्यादा गंभीर हो गई है। उनके बच्चों का नागरिकता अधिकार अधर में लटक गया है और अब उनकी दीर्घकालिक स्थिरता सवालों के घेरे में है। कभी सुरक्षित ठिकाना माने जाने वाले अमेरिका में अब उन्हें अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है। जैसे-जैसे कानूनी चुनौतियां बढ़ रही हैं और नीतिगत लड़ाई तेज हो रही है, स्किल वर्कर्स खुद को बड़ी परेशानी में फंसा हुआ पा रहे हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अब आगे क्या करना है।
स्किल वर्कर्स पर किस तरह पड़ेगा ट्रंप के फैसले का असर? – परिवार की सुरक्षा को खतरा: कई प्रोफेशनल्स ने यह मानते हुए अमेरिका में अपना जीवन शुरू किया कि उनके बच्चों को नागरिकता मिल जाएगी। अब उन्हें राज्यविहीनता की संभावना का सामना करना पड़ रहा है या अनिश्चित इमिग्रेशन रास्तों पर चलना पड़ रहा है, जिससे उनकी प्लानिंग बाधित हो रही है।
करियर और निवास को लेकर अनिश्चितता: जन्म से मिलने वाली नागरिकता के बिना स्किल वर्कर्स के लिए परमानेंट रेजिडेंसी हासिल करना मुश्किल होगा। पहले वे अपने बच्चों के अमेरिकी नागरिक होने से आसानी से ग्रीन कार्ड हासिल कर पाते थे। हालांकि, नए नियम के बाद अब बहुत से लोग अमेरिका छोड़कर जा सकते हैं।
कानूनी और वित्तीय बाधा: अमेरिका का इमिग्रेशन प्रोसेस काफी जटिल रहा है, जो अब और भी ज्यादा महंगा और खर्चीला होने वाला है। पैरेंट्स को अपने बच्चों के लिए वीजा और कानूनी सुरक्षा हासिल करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसका बहुत अधिक व्यक्तिगत खर्च होगा।
बच्चों के भविष्य को खतरा: स्किल वर्कर्स के अमेरिका में जन्मे बच्चों को एजुकेशन लाभ, स्कॉलरशिप और सरकारी नौकरी नहीं मिल पाएगी। इससे उनके करियर की संभावनाएं भी सीमित हो जाएंगी और अब परिवारों को दूसरे देशों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
ग्लोबल टैलेंट का शिफ्ट होना: कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सीधा-साधा सिटिजनशिप रास्ता पेश किया जा रहा है। इस वजह से अमेरिका को बड़े पैमाने पर स्किल वर्कर्स गंवाने पड़ सकते हैं। लोग एक ऐसे सिस्टम को चुन सकते हैं, जहां उन्हें आसानी से नागरिकता मिल जाए। इससे ग्लोबल टैलेंट दूसरे देशों में जाएगा।
Home / News / ट्रंप के किस ‘गलत’ फैसले से अमेरिका छोड़ने वाले हैं स्किल वर्कर्स? 5 प्वाइंट्स में समझें
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