
रूस ने गेरान UAV का इस्तेमाल करते हुए यूक्रेन को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस यूएवी को रोकने में यूक्रेन के पश्चिमी देशों के हथियार काफी हद तक नाकाम रहे हैं। यानि, रूस- यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को दिखा दिया है कि आधुनिक युद्ध में लंबी दूरी की लोइटरिंग म्यूनिशन कितनी खतरनाक भूमिका निभा सकते हैं। ये यूएवी भारी विस्फोटकों के साथ सटीक हमला करते हैं और हथियार भंडार के साथ साथ तेल भंडार समेत दुश्मन के क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर सकते हैं। रूस ने ईरान से HESA Shahed-136 यूएवी खरीदने के बाद उसका इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में करना शुरू किया।
रूस ने ईरानी HESA Shahed-136 यूएवी में कई तरह के अपग्रेडेशन किए, जैसे उसमें डेल्टा-विंग डिजाइन, GPS-असिस्टेड इनर्शियल नेविगेशन और सैल्वो-लॉन्चिंग क्षमता शामिल किया गया, जिसने इसे ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर और हाई-वैल्यू टार्गेट्स के खिलाफ एक भयानक हथियार बना दिया। ईरान ने दिसंबर 2021 में इस यूएवी के ऑपरेशनल होने की जानकारी दी थी और इसके बाद रूसी इंजीनियरों ने इसे रिवर्स इंजीनियरिंग कर इसका स्वदेशी वैरिएंट Geran तैयार करना शुरू कर दिया था और बाद में जाकर Geran के भी अलग अलग वैरिएंट तैयार कर लिए गये।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website