
कराकस. वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर रविवार को जानलेवा हमला हुआ। वे आर्मी डे पर सैनिकों को संबोधित कर रहे थे, तभी विस्फोटकों से लैस दो ड्रोन्स मादुरो के करीब आए। इस हमले में वे बाल-बाल बच गए। हालांकि, उन्हें बचाने की कोशिश में 7 सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि धमाके राष्ट्रपति से कितनी दूर हुए। निकोलस ने कहा कि उन्हें मारने की साजिश पड़ोसी देश कोलंबिया और अमेरिका में बैठे अज्ञात फाइनेंसरों ने मिलकर रची।
वेनेजुएला के संचार मंत्री जोर्ग रोड्रिगेज के मुताबिक, ये मादुरो को जान से मारने की कोशिश थी। उनका भाषण टेलीविजन पर भी लाइव था। हमले के दौरान का एक फुटेज सामने आया है। इसमें भाषण देते मादुरो और उनके साथ खड़े अधिकारी अपनी तरफ आते ड्रोन्स को देख रहे हैं। हालांकि, इसके आगे के दृश्य काट दिए गए। एक और फुटेज में कई सैनिक बचने के लिए भागते दिखाई दे रहे हैं। इसमें तेज धमाकों की आवाज भी सुनाई दे रही है।
विपक्षी पार्टियों पर लगा हमले का आरोप: जोर्ग रोड्रिगेज ने हमले का आरोप विपक्ष पर लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मई में हुए चुनावों में विपक्ष को हार मिली थी, उसी तरह इस हमले में भी वे असफल रहे। हमारे राष्ट्रपति सुरक्षित हैं। रोड्रिगेज ने बताया कि राष्ट्रपति मंत्रियों और सैन्य कमांडरों के साथ मुलाकात कर रहे हैं। इसी बीच ‘नेशनल मूवमेंट ऑफ सोल्जर्स इन टीशर्ट’ नाम के एक संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पर किए गए कुछ पोस्ट्स में संगठन ने कहा कि हमने दुनिया को ये दिखाया है कि उन्हें कितनी आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। हमें आज सफलता नहीं मिली, लेकिन ये बस समय की बात है। बताया जाता है कि ये संगठन 2014 में वेनेजुएला शासन की खिलाफत के लिए खड़ा किया गया था।
पिछले साल सुप्रीम कोर्ट पर किया गया था हमला: इससे पहले जून 2017 में वेनेजुएला की सुप्रीम कोर्ट पर एक हेलिकॉप्टर से बम गिराए गए थे। हेलिकॉप्टर के पायलट ऑस्कर पेरेज ने वेनेजुएला के नागरिकों से मादुरो के खिलाफ खड़े होने की अपील की थी।
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