
वॉशिंगटनः क्या ! इस साल रिकार्ड तोड़ गरमी पड़ेगी! जी हां। तैयार रहिए अल नीनो का असर झेलने के लिए। इसकी वजह है आर्कटिक ‘लू’ जो दुनिया को तपा कर रख देगी। इसी वजह से मौसम विज्ञानियों ने इस साल यानी 2017 को सबसे दर्दनाक वाले मौसम का साल कहा है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने चेतावनी दी है कि वैश्विक जलवायु बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा इस बार।
पिछले एक दशक से अल नीनो के असर से ही मौसम में ज्यादा तकेजी से बदलाव आए हैं। पिछले साल तक के आंकड़ों के मुताबिक 2016 अब तक का सबसे गर्म साल रहा है। पिछले साल औसतन वैश्विक तापमान औद्योगिक काल से पहले के मुकाबले 1.1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा और यह 2015 के रिकॉर्ड के मुकाबले 0.06 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्कटिक में हो रहे बदलाव और पिघलती समुद्री बर्फ के कारण महासागरीय और वायुमंडलीय माहौल में बड़ा बदलाव आएगा।
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