Saturday , August 9 2025 7:44 AM
Home / News / अगर जेल भी चले जाएं ट्रंप, तब भी बन सकते हैं राष्ट्रपति! क्या कहता है अमेरिका का कानून? 3 भारतीयों से है मुकाबला

अगर जेल भी चले जाएं ट्रंप, तब भी बन सकते हैं राष्ट्रपति! क्या कहता है अमेरिका का कानून? 3 भारतीयों से है मुकाबला


अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होगा जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से संभावित उम्मीदवारों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। कानूनी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सबसे आगे माना जा रहा है। हालांकि भारतीय मूल के तीन अमेरिकी उन्हें चुनौती दे रहे हैं और ‘अमेरिका को फिर से महान बनाने’ का दावा कर रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा कर विवेक रामास्वामी, निक्की हेली और हर्ष वर्धन सिंह इस रेस में शामिल हो गए हैं।
रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन 15-18 जुलाई 2024 को मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन में होगा जहां राष्ट्रपति पद के आधिकारिक उम्मीदवार का औपचारिक रूप से चयन किया जाएगा। दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप की शुरुआती राजदूत निक्की हेली रिपब्लिकन उम्मीदवारी की रेस में इकलौती महिला दावेदार हैं। भारतीय अप्रवासियों के बेटे और टेक उद्यमी विवेक रामास्वामी ने एक बाहरी व्यक्ति के रूप में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन की दौड़ में एंट्री की लेकिन अब वह तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
क्या ट्रंप बन सकते हैं राष्ट्रपति? – एयरोस्पेस इंजीनियर हर्ष वर्धन सिंह ने शनिवार को एक ट्विटर वीडियो पोस्ट कर अपनी दावेदारी की घोषणा की। वह इस रेस में शामिल होने वाले तीसरे भारतवंशी हैं। लेकिन उम्मीदवारी की रेस में सबसे आगे ट्रंप को माना जा रहा है। कई आपराधिक अभियोगों का सामना करने की असाधारण परिस्थितियों के बावजूद ट्रंप को अपने राष्ट्रपति अभियान के साथ आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। इतना ही नहीं, अगर वह जेल भी चले जाएं तो भी वह राष्ट्रपति बन सकते हैं।
क्या कहता है अमेरिका का कानून? – एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के कानून मामलों के जानकार स्टेफनी लिंडक्विस्ट लिखते हैं, ‘अमेरिकी संविधान का अनुच्छेद दो राष्ट्रपति पद के लिए बहुत स्पष्ट योग्यताएं निर्धारित करता है, राष्ट्रपति की उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए, 14 साल से अमेरिकी निवासी हो और नैसर्गिक रूप से जन्मा नागरिक हो।’ लिंडक्विस्ट ने कहा कि संविधान के तहत राष्ट्रपति का अभियोगों, दोषों या कैद से मुक्त होना जरूरी नहीं है। इसका मतलब है कि अभियोग का समाना कर रहा या जेल में बंद व्यक्ति भी अमेरिका के राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकता है और राष्ट्रपति भी बन सकता है।