
ब्रिटेनः विभिन्न शोधों ने साबित किया है कि ई-सिगरेट, रेगलुर सिगरेट की तुलना में बेहतर विकल्प हैं, लेकिन उन्हें ‘सुरक्षित’ नहीं माना जा सकता है। हालांकि ई-सिगरेट इन दिनों बेहद लोकप्रिय हो रहा है। हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिससे पता चलता है कि ई-सिगरेट कितनी असुरक्षित हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक वैप पेन की बैटरी के फट जाने की वजह से एक ब्रिटिश व्यक्ति की जान पर बन गई। हादसे के समय वह ई-सिगरेट पैंट की जेब में रखी थी, जिसकी वजह से जेसन कूर्मी का प्राइवेट पार्ट झुलसने होने से बच गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, तीन महीने पहले कूर्मी ने निकोटिन की लत पूरी करने के लिए सिगरेट छोड़ने के बाद लगभग 3 महीने पहले ई-सिगरेट पीना शुरू किया था। उन्होंने बताया कि एक दिन काम करने के दौरान जेब में कुछ गर्म महसूस हुआ और उसके कुछ ही सैकेंड बाद डिवाइस धमाके के साथ फट गई। हालांकि, वैप बैटरी के फटने का मामला बहुत दुर्लभ है, लेकिन यह बेहद खतरनाक है। यहां कुछ सुरक्षा सावधानियां हैं, जो आपको ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए ध्यान में रखनी चाहिए।
वैप पेन को ओवर चार्जिंग करने से बचें। इसे रात-भर चार्जिंग में न लगाएं। बैटरी को अन्य धातुओं से जितना संभव हो, दूर रखने का प्रयास करें। क्षतिग्रस्त या गीली बैटरी को बदलें। यदि वैप में कुछ भी असामान्य पाते हैं, तो इसे उपयोग न करें। परंपरागत सिगरेट के लिए एक सुरक्षित विकल्प के रूप में ई-सिगरेट का प्रचार किया जाता है। इसीलिए बड़ी संख्या में लोग तंबाकू धूम्रपान करने की आदत से छुटकारा पाने के लिए ई-सिगरेट का उपयोग कर रहे हैं। मगर, वैप को बेहद सुरक्षित मानने के भ्रम में न पड़ें। एक शोध के मुताबिक, ई-सिगरेट जहरीले प्रभाव कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
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