
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ट्विटर और फेसबुक से बेहद नाराज हैं। जिसका ताजा उदाहरण यह है कि वीरवार को व्हाइट हाउस में आयोजित सोशल मीडिया समिट में इन दोनों कंपनियों को नहीं बुलाया गया। ट्रंप के अनुसार दोनों प्लेटफॉर्म्स कंजर्वेटिव या रिपब्लिकन के विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं।
खबरों के मुताबिक इस सम्मेलन में सोशल मीडिया से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। इस समिट में दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों ने भी हिस्सा लेकिन फेसबुक और ट्विटर इसमें शामिल नहीं हो पाए। खास बात यह है कि ट्रंप सोशल मीडिया से काफी जुड़े रहते हैं और अपने नीतिगत फैसले से लेकर अपने सभी आदेश की जानकारी सोशल प्लेटफॉर्म पर शेयर करते रहते हैं। यही कारण है कि वह दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले नेताओं में शामिल हैं।
बता दें कि ट्रंप ने दावा किया था कि 2016 में हुए अमेरिकी आम चुनावों में उन्हें बिना सोशल मीडिया के सहारे ही जीत मिल जाती। हालांकि उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई पेश करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए मेन स्ट्रीम मीडिया की कोई जरूरत नहीं है, न ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप समेत रिपब्लिकन पार्टी के कई नेता इस बात की शिकायत कर चुके हैं कि ट्विटर और फेसबुक रिपब्लिकन और कंजरवेटिव पार्टी के नेताओं की आवाज को गलत तरीके से प्रतिबंधित करते रहते हैं।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website