भारत और फ्रांस दोनों ही अपने MLRS प्रोग्राम को न सिर्फ सुरक्षा बल्कि रणनीतिक स्वायत्तता का प्रतीक मानते हैं। जहां भारत मेक इन इंडिया के तहत खुद को वैश्विक रक्षा निर्माता बना रहा है, वहीं फ्रांस NATO की निर्भरता कम करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। फ्रांस ने पहले पिनाका खरीदने में गहरी दिलचस्पी दिखाई थी।
फ्रांस ने भारतीय ‘पिनाका’ मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (MBLRS) में कुछ समय पहले गहरी दिलचस्पी दिखाई थी। लेकिन ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस ने भारतीय हथियार खरीदने से इनकार कर दिया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अब फ्रांस 2026 में, यानि अगले साल अमेरिकी मूल के हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) के यूरोपीय एनालॉग का टेस्ट करेगा। फ्रांस ने 2026 में घरेलू स्तर पर विकसित रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम का परीक्षण करने की योजना बनाई है। डिफेंस न्यूज ने 10 अप्रैल को इस बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। फ्रांसीसी आयुध महानिदेशालय (DGA) वर्तमान में ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है, जिससे एक साल के भीतर नये सिस्टम के टेस्ट करने की क्षमता मिल जाएगी।
दरअसल, फ्रांस अपने पुराने MLRS सिस्टम ‘Lance-Roquettes Unitaire (LRU)’ को बदलने के लिए नये रॉकेट सिस्टम की तलाश कर रहा है। जिसके लिए उसने पहले भारतीय पिनाका में दिलचस्पी दिखाई थी। ये भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ा मौका हो सकता था। लेकिन अब वो एक नए और ज्यादा शक्तिशाली, स्वदेशी मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) को डेवलप करने की दिशा में काम कर रहा है। घरेलू सिस्टम बनाकर फ्रांस अमेरिकी HIMARS जैसे सिस्टम पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है। फ्रांस जिस नये सिस्टम को डेवलप कर रहा है, उसकी मार करने की क्षमता 150 किलोमीटर होगी। इसे दो यूनियन थेल्स और एरियनग्रुप, और सफ्रान और MBDA फिलहाल अलग अलग प्रोटोटाइप का निर्माण कर रहे हैं।
स्वदेशी हथियार बनाने पर फ्रांस का जोर – यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को बता दिया है कि हर देश को हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर होना चाहिए। जबकि डोनाल्ड ट्रंप ने आईना दिखाया है कि अगर हथियारों के मामले में आप आत्मनिर्भर नहीं हैं तो आपकी मदद करने वाला कोई नहीं है। ट्रंप के आने के बाद सबसे बड़ा झटका यूरोप को ही लगा है। फ्रांस फिलहाल M270 का इस्तेमाल करता है लेकिन 2027 में ये रिटायर्ड हो जाएगा। फ्रांस ने पहले इसे रिप्लेस करने के लिए पहले किसी और देश से रॉकेट लॉन्चर खरीदने का फैसला किया था, लेकिन देश के ज्यादातर सांसदों और अधिकारियों ने स्वदेशी निर्माण पर जोर दिया। फ्रांस जो नया MLRS बना रहा है, उसकी क्षमता क्या होने वाली है, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि ये सिस्टम अमेरिकी HIMARS को टक्कर देने वाला होगा।
Home / News / भारत के पिनाका रॉकेट सिस्टम को खरीदने से फ्रांस का इनकार, खुद बनाएगा अमेरिकी ‘HIMARS’, डीआरडीओ को बड़ा झटका!