
अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस बात को खारिज कर दिया है कि उनकी कंपनी चीनी शॉर्ट-वीडियो मेकिंग ऐप टिकटॉक का अधिग्रहण करने की दौड़ में है। पॉडकास्ट ‘पिवोट स्कूलेड लाइव’ के नए एपिसोड में रिकोड की कारा स्विशर और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्कॉट गैलोवे ने पिचाई से पूछा था कि क्या उनकी कंपनी टिकटॉक को खरीदने में रुचि रखती है।
इस सवाल पर पिचाई ने नहीं में जबाव दिया। उन्होंने आगे कहा कि बाइटडांस स्वामित्व वाली यह ऐप गूगल की क्लाउड सेवाओं का उपयोग करने के लिए भुगतान करती है।
टिकटॉक के अमेरिका में 100 मिलियन यानि कि 10 करोड़ उपयोगकर्ता हैं, लेकिन कंपनी पिछले कुछ महीनों से लगातार ट्रम्प प्रशानस के निशाने पर बनी हुई है। हालांकि अब टिकटॉक ने ट्रम्प प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाने वाले कार्यकारी आदेश के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने 6 अगस्त को एक कार्यकारी आदेश जारी कर बाइटडांस को 45 दिनों के लिए अमेरिका में कोई भी लेनदेन करने से रोक दिया था।
इसके बाद ट्रम्प ने 14 अगस्त को एक और कार्यकारी आदेश जारी कर बाइटडांस को 90 दिनों के भीतर अमेरिका में अपने टिकटॉक व्यापार को बेचने का विकल्प दिया था।
टिकटॉक ने पहले कार्यकारी आदेश के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। उसने कहा है कि वह ट्रम्प प्रशासन से ²ढ़ता से असहमत है कि टिकटॉक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इतना ही नहीं कंपनी ने यह आरोप भी लगाया है कि “अमेरिकी प्रशासन उचित प्रक्रिया का पालन करने में विफल रहा”।
पॉडकास्ट पर पिचाई ने कहा कि महामारी के बीच कई अन्य तकनीकी कंपनियों की तरह टिकटॉक में भी ग्रोथ हुई है।
पिचाई ने कहा, “कई ऐसी कंपनियां हैं जो इस समय बहुत मजबूती से उभरी हैं। बड़ी कंपनियां बहुत अच्छा कर रही हैं, लेकिन मैं बहुत सी उभरती कंपनियों को भी देख रहा हूं।”
उन्होंने कहा कि आज सूचना के लिए पहले से कहीं अधिक विकल्प हैं।
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