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क्या धरती पर बन गया ब्लैक होल? अंतरिक्ष से कुछ इस तरह दिखा सूर्य ग्रहण, चांद की परछाई ने दिन में कर दी रात


8 अप्रैल को लगे सूर्य ग्रहण को मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा के करोड़ों लोगों ने देखा है। यह एक दुर्लभ पूर्ण सूर्य ग्रहण था। पूर्ण सूर्य ग्रहण में कुछ मिनटों के लिए एक ऐसा समय आता है, जब सूर्य को पूरी तरह से चंद्रमा ढक लेता है। इस दौरान कोई भी प्रकाश हमें दिखाई नहीं देता है। जो लोग इस सूर्य ग्रहण को नहीं देख सके नासा ने उनके लिए लाइव स्ट्रीम भी किया, ताकि दुनिया में कहीं भी बैठकर इस दुर्लभ नजारे का गवाह बना जा सके। लगभग एक सदी में पहली बार न्यूयॉर्क के पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्र में पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा गया।
मेक्सिको के समुद्रतटीय शहर, माजातलान में इसे सबसे पहले देखा गया। अमेरिका के टेक्सास में ग्रहण सबसे पहले शुरू हुआ। 2024 का पूर्ण सूर्य ग्रहण एक ऐतिहासिक खगोली घटना थी, क्योंकि यह अगस्त 2044 तक नहीं दिखेगा। धरती पर लोगों ने इस सूर्य ग्रहण को देखा है। लेकन स्पेस में रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को भी यह ग्रहण दिखा है। सैकड़ों किमी की ऊंचाई से उन्होंने यह ग्रहण देखा। इसमें उन्होंने पाया कि चंद्रमा की विशाल परछाई धरती पर चल रही है।
धरती पर दिखा ‘ब्लैक होल’ – नासा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘कभी स्पेस से सूर्य ग्रहण देखा है? यह हमारे अंतरिक्ष यात्रियों का व्यू है।’ इसके साथ नासा ने एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें देखा जा सकता था कि धरती पर एक विशाल परछाई है। इसे देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे पृथ्वी पर एक ब्लैक होल प्रकट हो गया हो। नासा के लाइव स्ट्रीम में देखा गया कि सूर्य को चंद्रमा ने पूरी तरह से ढक लिया है। इसके बाद सूर्य का कोरोना दिखाई दे रहा था। आसमान में कोरोना चांदी की तरह एकदम सफेद दिख रहा था। एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट ने भी इसकी तस्वीरें खींची।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या हुआ – सूर्य ग्रहण को लेकर अमेरिका में लोग बेहद उत्साहित थे। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान एक विशाल परछाई धरती पर पड़ी, जिस कारण तापमान गिरने लगा। हवा की रफ्तार और आर्द्रता में परिवर्तन देखने को मिला। समग्रता के दौरान तापमान में 10 डिग्री की गिरावट देखी गई। सूर्य ग्रहण को लेकर वैज्ञानिकों ने भी स्टडी की। इसके अलावा नासा के दो जेट भी सूर्य ग्रहण के दौरान कई तरह के उपकरणों के साथ उड़े। इस दौरान उन्होंने वैज्ञानिक डेटा इकट्ठा किया।