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मोसाद ने कैसे की थी हमास सरगना इस्माइल हानिया की हत्या, इजरायली प्लान का सनसनीखेज खुलासा


इजरायल ने 31 जुलाई को इजरायल की राजधानी तेहरान के एक अति सुरक्षित इलाके में रह रहे हमास नेता इस्माइल हानिया को मार गिराया था। हानिया की हत्या को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगती रहीं। कभी कहा गया कि इजरायल ने ड्रोन हमला किया, तो कभी बम लगाने की सूचना आई। अब इजरायली विशेषज्ञों ने हानिया की हत्या से जुड़ी अंदर की खबर प्रकाशित की है।
हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इजरायल ने इस हत्या को अपने सबसे शक्तिशाली दुश्मन ईरान के घर में घुसकर अंजाम दिया। इस हत्या की प्लानिंग इस तरह से की गई कि ईरान के हाथ कोई भी सबूत नहीं लगा। इस्माइल हानिया उस वक्त इजरायल के मोस्ट वांडेट लिस्ट में सबसे ऊपर था। इस कारण वह हमेशा छिपकर रहता था। ईरान ने भी हानिया को तेहरान के सबसे सुरक्षित इलाके में छिपाया हुआ था। इसके बावजूद इजरायल ने उसे मार गिराया और ईरान को इसकी भनक तक नहीं लगी। हानिया के मारे जाने के बाद से ही हमास की कमर टूटनी शुरू हो गई।
N12 की एक विशेष रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस्माइल हानिया की हत्या के लिए योजना को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया गया। इस योजना में एक अंदर के सहयोगी ने साथ दिया। हालांकि, एक वक्त यह योजना एक टूटे हुए एयर कंडीशन के कारण लगभग पटरी से उतर गई थी। 31 जुलाई, 2024 को जब हानिया की हत्या हुई, तब वह तेहरान के सआदत अबाद इलाके में नेशात परिसर में रह रहा था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस परिसर में उच्च-स्तरीय ईरानी अधिकारी और IRGC सदस्य रहते हैं और यह दुनिया की कुछ सबसे अडवांस एयर डिफेंस सिस्टमों के जरिए सुरक्षित है।
इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज के ईरान विशेषज्ञ बेनी सबती ने N12 को बताया, “हानिया की हत्या पेजर ऑपरेशन से भी अधिक उच्च स्तर की थी। हमने सबसे अधिक सुरक्षित ईरानी सुविधा के अंदर और बाहर से घुसपैठ की।”
स्थान का चयन – कतर के दोहा में रहने वाला इस्माइल हानिया तीन प्रमुख शहरों की यात्रा करता था: इस्तांबुल, मॉस्को और तेहरान। इजरायल में टारगेटेड किलिंग के विशेषज्ञ पत्रकार डॉ रोनेन बर्गमैन ने बताया कि कतर में इस्माइल हानिया की हत्या नहीं की जा सकती थी क्योंकि इससे बंधक मध्यस्थता प्रयासों को नुकसान पहुंचता। इसके अलावा, “इस्तांबुल में हत्या पर एर्दोगन के गुस्से के बहुत गंभीर परिणाम हो सकते थे।