पाकिस्तान ने चीन की मदद से एक नया टैंक बनाया है। इस टैंक का नाम हैदर रखा गया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पाकिस्तान के तक्षशिला शहर में हैवी इंडस्ट्री तक्षशिला का दौरा कर हैदर टैंक को देश को समर्पित किय था। तब पाकिस्तानी सेना ने एक बयान जारी कर कहा था कि यह टैंक रक्षा के क्षेत्र में देश के स्वदेशीकरण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हैदर टैंक पाकिस्तान का मुख्य युद्धक टैंक होगा। लेकिन, चीन के नोरिनको (उत्तर उद्योग निगम और पाकिस्तान के बीच सहयोग से बना टैंक पहले ही फील्ड ट्रायल में फेल हो चुका है।
हैदर टैंक कितना ताकतवर – हैदर टैंक एक ऑटोलोडेड 125 मिमी स्मूथबोर गन और 7.62 मिमी मशीन गन (एमजी) से लैस है। इसमें रिमोटली ऑपरेटेड वेपन सिस्टम के तौर पर एक 12.7 मिमी मशीन गन लगाई गई है। हैदर टैंक एक चीनी 1,500-हॉर्स पावर डीजल इंजन और हाइड्रोलिक मैकेनिकल ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के जरिए संचालित है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान इन टैंकों के जरिए अवाम को भ्रम में रखना चाहती है। दरअसल पाकिस्तान जिसे आधिकारिक तौर पर हैदर टैंक परियोजना बता रहा है, वह एक पुराने टैंक को नए नाम के साथ पेश करने का दोहरा खेल है।
पाकिस्तान ने क्यों असेंबल किया हैदर टैंक – पाकिस्तान ने अपने मुख्य युद्धक टैंकों के पुराने बेड़े को बदलने के लिए 2017 में चीन से लगभग 176 वीटी-4 टैंकों का ऑर्डर दिया था। बाद में ऑर्डर को बढ़ाकर 300 टैंक कर दिया गया, जिसका उपयोग मंगला कोर के तहत पाकिस्तान के विशिष्ट बख्तरबंद डिवीजन को लैस करने के लिए किया गया था। हालांकि, पाकिस्तानी सेना को तब गहरा धक्का लगा, जब चीन से खरीदा गया वीटी-4 टैंक डिलीवरी के बाद के परीक्षणों और फील्ड फायरिंग के दौरान फेल हो गया। सूत्रों ने बताया कि, आयातित वीटी-4 टैंकों के साथ शुरुआती समस्याओं को देखते हुए और गंभीर वित्तीय बाधाओं के कारण पाकिस्तान ने चीन से वीटी-4 खरीदने का लक्ष्य कम कर दिया गया था।
Home / News / पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बना हैदर टैंक, इंजन और चेचिस की परेशानी तो दूर, फायरिंग भी सटीक नहीं