Saturday , August 2 2025 11:46 PM
Home / Lifestyle / प्रेग्‍नेंसी में इस टेस्‍ट से पता चलता है बच्‍चा ग्रोथ कर रहा है या नहीं, मां को भी रहती है राहत

प्रेग्‍नेंसी में इस टेस्‍ट से पता चलता है बच्‍चा ग्रोथ कर रहा है या नहीं, मां को भी रहती है राहत


प्रेग्‍नेंसी के दौरान शिशु गर्भ में ठीक है या नहीं है और उसका विकास ठीक तरह से हो पा रहा है या नहीं, इसकी जांच करने के लिए कई तरह के टेस्‍ट किए जाते हैं। इन परीक्षणों में से एक ग्रोथ स्‍कैन भी है। शिशु के विकास की जांच करने के लिए गर्भावस्‍था में ग्रोथ स्‍कैन किया जाता है। ये टेस्‍ट तीसरी तिमाही में किया जाता है। ग्रोथ सकैन एक अल्‍ट्रासाउंड स्‍कैन है जिसमें शिशु की ग्रोथ का पता लगाया जाता है। इससे डॉक्‍टर फीटल ग्रोथ के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
ग्रोथ स्‍कैन में क्‍या होता है – fetalclinic.org के अनुसार 28वें हफ्ते के बाद यह स्‍कैन किया जाता है। इससे भ्रूण के साइज और उसकी ग्रोथ की स्‍पीड का पता लगाया जाता है। अगर प्रेग्‍नेंसी में कोई जोखिम कारक या कॉम्प्लिकेशन ना हो, तो यह टेस्‍ट 34वें सप्‍ताह में करवाया जाता है। हालांकि, अगर कोई जोखिम कारक हो, जो इस टेस्‍ट को 28वें हफ्ते में किया जाता है।
प्री नेटल अल्ट्रासाउंड किसे और कब करवाना चाहिए- क्‍यों किया जाता है ग्रोथ स्‍कैन
मां को हार्ट, फेफड़ों से जुड़ी कोई बीमारी होने, पहली प्रेग्‍नेंसी में हाई बीपी या लो बर्थ वेट होने, पहली तिमाही में ब्‍लड टेस्‍ट की रिपोर्ट ठीक ना आने, पांचवे महीने के स्‍कैन में प्‍लेसेंटा का असामान्‍य आना या गर्भाशय की लंबाई प्रेग्‍नेंसी के स्‍टेज के अनुसार ना होने पर गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर असर पड़ सकता है।
कैसे किया जाता है ग्रोथ स्‍कैन- ग्रोथ स्‍कैन में शिशु के सिर की चौड़ाई, शिशु के पेट की लंबाई और उसकी थाई बोन की लंबाई का पता चलता है। इससे पता चलता है कि प्रेग्‍नेंसी के स्‍टेज के हिसाब से शिशु का पूरा विकास या सही विकास हुआ है या नहीं। कभी-कभी शिशु की डेवलपमेंट का पता लगाने के लिए प्‍लेसेंटा को मिल रहे रक्‍त प्रवाह की भी जांच की जाती है। हर एक स्‍कैन में फ्लूइड और प्‍लेसेंटा की पोजीशन भी देखी जाती है।
स्‍कैन के बाद क्‍या होता है – अल्‍ट्रासाउंड होने के बाद सोनोग्राफर रिजल्‍ट की कॉपी प्रेगनेंट महिला को देते हैं। इसके बाद इस स्‍कैन को चेक कर के गायनेकोलॉजिस्‍ट बताते हैं कि सब कुछ नॉर्मल है या नहीं। अगर शिशु की ग्रोथ धीमी गति से हो रही हो या ग्रोथ वार्ट में बेबी 10 सेंटाइल से कम या 90 से ज्‍यादा हो, तो कुछ और स्‍कैन किए जाने और प्रेग्‍नेंसी को मॉनिटर करने की जरूरत पड़ सकती है।
किसे करवाना चाहिए ग्रोथ स्‍कैन – प्रेगनेंट महिला को विभिन्न कारणों से ग्रोथ स्कैन करवाने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपकी पिछली गर्भावस्‍था में जटिलता रही हो, गर्भावस्था से पहले या गर्भावस्था के दौरान थायराइड रोग, दौरे, अस्थमा, हृदय रोग या एनीमिया जैसी कोई चिकित्सीय समस्या थी, तो यह गर्भावस्था की जटिलताओं का कारण बन सकती है। इसी तरह, गर्भावस्था के दौरान दुर्घटना होने या चो लगने पर भी ग्रोथ स्‍कैन करवाया जा सकता है।