
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि सीमा की स्थिति भारत और चीन के बीच आगे के संबंधों को तय करेगी। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि संबंध पारस्परिक संवेदनशीलता,सम्मान और हित पर आधारित होने चाहिए। पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले कई बिंदुओं पर दोनों देशों में जारी सैन्य गतिरोध के बीच विदेश मंत्री की यह टिप्पणी आई है। एशिया सोसायटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की शुरुआत के अवसर पर एक समरोह को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि एशिया का भविष्य काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि निकट भविष्य में भारत और चीन के बीच संबंध कैसे विकसित होते हैं।
उन्होंने कहा सकारात्मक पथ पर लौटने और टिकाऊ बने रहने के लिए संबंधों को तीन चीजों पर आधारित होना चाहिए – पारस्परिक संवेदनशीलता, पारस्परिक सम्मान और पारस्परिक हित। विदेश मंत्री ने कहा उनकी वर्तमान स्थिति, निश्चित रूप से आप सभी को अच्छी तरह से पता है। मैं केवल यह दोहरा सकता हूं कि सीमा की स्थिति आगे संबंधों को तय करेगी।
स्पीकर्स, इयरबड्स.. बोट्स डेज पर बंपर ऑफर्स, 50% तक की छूट |: भारतीय और चीनी सैनिकों का पूर्वी लद्दाख में दो साल से ज्यादा समय से टकराव वाले कई स्थानों पर गतिरोध बना हुआ है। उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के परिणामस्वरूप दोनों पक्ष क्षेत्र के कई क्षेत्रों से पीछे हटे हैं। हालांकि, दोनों पक्षों को टकराव वाले शेष बिंदुओं पर जारी गतिरोध को दूर करने में कोई सफलता नहीं मिली है। उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का अंतिम दौर पिछले महीने हुआ था लेकिन गतिरोध दूर करने में कामयाबी नहीं मिली।
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