इन उपग्रहों में अमरीका, जर्मनी, कनाडा और इंडोनेशिया के उपग्रह भी शामिल हैं।
श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को फिर एक नया इतिहास रच दिया। इसरो ने एक मिशन के तहत रिकॉर्ड 20 उपग्रहों का सफलतम प्रक्षेपण कर दिया। यह प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया।
प्रक्षेपण प्राधिकरण बोर्ड (एलएबी) के इस अभियान को मंजूरी देने के बाद सोमवार को इसकी उल्टी गिनती शुरू की थी। इसरो की वेबसाइट के मुताबिक, पीएसएलवी-सी 34 पर ले जाए जाने वाले कुल 20 उपग्रहों का वजन तकरीबन 1288 किलोग्राम है। इन उपग्रहों में अमरीका, जर्मनी, कनाडा और इंडोनेशिया के उपग्रह भी शामिल हैं। इसमें भारतीय विश्वविद्यालयों के दो उपग्रह भी हैं।
लॉन्चिंग के दौरान इसरो के चेयरमैन किरन कुमार भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि इसरो ने इससे पहले 2008 में एक मिशन के तहत कक्षा में 10 उपग्रह भेजे थे।
गौरतलब है कि पीएसएलवी-सी34 के प्रक्षेपण के लिए 22 मई की सुबह 9.26 बजे का समय निर्धारित किया गया था। इसका प्रक्षेपण यहां स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से होना था।
इसरो ने इससे पहले वर्ष 2008 में 10 उपग्रह एक साथ अंतरिक्ष में छोड़े थे। कई उपग्रह एक साथ छोडऩे में सबसे बड़ी सावधानी यह रखनी होती है कि सभी उपग्रहों को यथेष्ट कक्षा में समुचित समयांतराल पर इस प्रकार छोड़ा जाये कि वे एक-दूसरे से टकरायें नहीं। 20 उपग्रह एक साथ छोड़कर इसरो ने अंतरिक्षण प्रक्षेपण में अपनी दक्षता का एक और प्रमाण दे दिया है।