बारिश से प्रभावित दूसरे टैस्ट मैच के आखिरी दिन वेस्ट इंडीज की जबर्दस्त बल्लेबाजी से हतप्रभ भारत अब अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करके मंगलवार (9 अगस्त) को से शुरू होने वाले तीसरे टैस्ट क्रिकेट मैच को जीतकर चार मैचों की शृंखला में अजेय बढ़त हासिल करना चाहेगा। युवा बल्लेबाज रोस्टन चेज के 269 गेंदों पर 137 रन की पारी की बदौलत वेस्ट इंडीज ने जमैका में बारिश से प्रभावित दूसरे टैस्ट मैच को ड्रा कराया था। भारत ने हालांकि एंटीगा में पहला टैस्ट मैच पारी और 92 रन से जीता था और वह अब भी 1-0 की बढ़त लिए हुए है। अब उसकी निगाह डेरेन सैमी स्टेडियम में शृंखला जीतने पर रहेगी। इस मैदान पर अब तक केवल चार टैस्ट मैच खेले गए हैं। इनमें से पहला मैच 2003 में खेला गया था। भारत ने इससे पहले 2006 में इस मैदान पर टैस्ट मैच खेला था जो ड्रा रहा था। असल में यहां खेले गए चार में से तीन टैस्ट मैच अनिर्णीत समाप्त हुए थे जबकि 2014 में वेस्ट इंडीज ने यहां बांग्लादेश को 296 रन से हराया था। सबीना पार्क से हटकर यहां का विकेट भूरा दिख रहा है जिसमें चारों तरफ सूखी घास है।
रविवार (8 अगस्त) की शाम तक इसमें थोड़ी सी हरियाली दिख रही थी। उसकी वजह यह है कि मैदानकर्मी अब भी इस पर पानी डाल रहे हैं। किसी भी तरह की नमी हालांकि पहले घंटे के खेल के बाद ही खत्म हो जानी चाहिए। पिच हमेशा की तरह बल्लेबाजों के लिए अनुकूल दिख रही है। भारत की पांच गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति यहां भी कायम रहनी चाहिए लेकिन टीम प्रबंधन ने इस पर जरूर चर्चा की होगी कि जमैका में पांचवें दिन की पिच में आखिरी दिन वे छह विकेट क्यों नहीं ले पाए और ऐसी स्थिति में वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों के लिए किस लाइन पर गेंदबाजी करनी चाहिए।
टीम भले ही शृंखला में बढ़त पर है लेकिन तेज गेंदबाजों में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि दूसरे स्पिनर को बदला जा सकता है। अमित मिश्रा ने दूसरे टैस्ट के पांचवें दिन अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। वह सही लाइन से गेंदबाजी नहीं कर पाए और उन्होंने रन भी लुटाए। पिच के आसान बनने के साथ गेंद भी नरम हो गई थी और इससे कप्तान की रणनीति प्रभावित हुई थी। ईशांत शर्मा और उमेश यादव के कभी कभार शॉर्ट और वाइड गेंद करने की प्रवृति रही है और ऐसे में विराट कोहली दूसरे स्पिनर के तौर पर रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं।
अंतिम एकादश में इस बदलाव से टीम का संतुलन नहीं बिगड़ेगा विशेषकर बल्लेबाजी में क्योंकि मिश्रा की तुलना में जडेजा निचले क्रम में बेहतर बल्लेबाज हैं। इसके अलावा एक ऐसा स्पिनर जो हर समय बल्लेबाज को खेलने के लिए मजबूर करने की कोशिश करे, वह रनों पर अंकुश लगाने के लिए दोनों तेज गेंदबाजों के साथ अच्छी भूमिका निभा सकता है या फिर अश्विन के साथ मिलकर गेंदबाजी करके दबाव बना सकता है। इसके अलावा पिच सूखी होने और पिछले टैस्ट मैच में गेंद के नरम पड़ जाने की स्थिति को देखते हुए टीम प्रबंधन तीन स्पिनरों के साथ उतरने पर भी विचार कर सकता है और ऐसे में यादव की जगह जडेजा को रखा जाएगा।
वैसे इसकी संभावना कम है। वर्ष के इस समय में सेंट लूसिया में बारिश होती रहती है और यहां बहुत जल्दी बादल छा जाते हैं। यहां तक कि टैस्ट मैच के दौरान भी बादल छाए रहने और कम से कम दो दिन बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है। गेंदबाजी में जहां बदलाव हो सकता है और भिन्न संयोजन आजमाया जा सकता है वहीं भारतीय बल्लेबाजी अच्छी दिख रही है। मुरली विजय की फिटनेस अब भी चिंता का विषय है। तमिलनाडु का यह सलामी बल्लेबाज धीरे धीरे पूरी फिटनेस हासिल कर रहा है लेकिन रविवार को उन्होंने नेट्स पर तेज गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजी नहीं की। विजय ने चेतेश्वर पुजारा के साथ धीमी गति के थ्रो डाउन और स्पिनर का ही सामना किया जबकि केएल राहुल और शिखर धवन ने ईशांत और मोहम्मद शमी के सामने अभ्यास किया।
दूसरी तरफ से वेस्ट इंडीज के सलामी जोड़ी को लेकर अनिर्णय की स्थिति नहीं दिखी। शाई होप की राजेंद्र चंद्रिका के स्थान पर टैस्ट में वापसी करने की संभावना है। होप ने सेंट कीट्स में पहले अभ्यास मैच में भारत के खिलाफ नाबाद शतक लगाया था और कप्तान जैसन होल्डर यहां भी उनसे वैसी ही पारी की उम्मीद करेंगे। वेस्ट इंडीज का शीर्ष क्रम कमजोर है और वह दूसरे टैस्ट मैच को निचले क्रम के बल्लेबाजों की साझेदारियों और गेंदबाजों के दम पर ड्रा करा पाया। दोनों टीमों के बीच अंतर को देखते हुए वेस्ट इंडीज का हार के करीब पहुंचने के बाद दूसरा मैच ड्रा कराने से मनोबल बढ़ा होगा।