भारतीय मूल के डेवलपर फराज यूसुफ मिनेसोटा में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इस सोसायटी में 434 घर, दुकान, रेस्तरां, पार्क और मस्जिद बनाने का प्लान है। इससे स्थानीय लोग नाखुश हैं। मिनियापोलिस के स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतरकर इसका विरोध किया और नारेबाजी की है।
अमेरिका के मिनेसोटा में मुसलमानों के लिए हाउसिंग सोसायटी बनाने पर विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय मूल के डेवलपर फराज यूसुफ एक सोसायटी बनाना चाहते हैं, जिसमें 434 घरों के साथ दुकानें, खेल का मैदान और मस्जिद शामिल है। ये सोसायटी खासतौर पर मुस्लिमों के लिए है और इस पर शहर दो धड़ों में बंट गया है। एक बड़ा तबका इसे अलगाव को बढ़ावा देने वाला कहते हुए विरोध कर रहा है तो दूसरे धड़े का कहना है कि इस तरह का विरोध किसी की आजादी में सीधा हस्तक्षेप है। यह आवास योजना हेरोल्ड रॉबिन्सन के सोड फार्म में प्रस्तावित है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने परियोजना के समर्थक और विरोधी, दोनों से बात की है। प्रोजेक्ट के विरोधी ल्यूक वाल्टर इसे पसंद और डिजाइन के आधार पर अलगाव कहते हैं तो समर्थक डीन डोवोलिस ने कहना है कि क्या लोग रहने की आजादी भी खो रहे हैं। यूसुफ की परियोजना का नाम मदीना लेक्स है। उनका कहना है कि विकास आवास कानूनों का पालन करते हुए वह प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। यह मुस्लिमों के लिए अनुकूल होगा लेकिन केवल मुसलमानों के लिए नहीं है। इसकी वजह है कि इस क्षेत्र में मुस्लिमों की काफी तादाद है।
Home / News / अमेरिका में भारतीय मूल के बिल्डर का मुस्लिमों के लिए अलग हाउसिंग सोसायटी बनाने का प्लान, प्रोजेक्ट पर छिड़ी रार