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ईरान ने तीन देशों पर हमले से दिखाई ताकत, पाकिस्तान छोड़िए, अमेरिका-इजरायल को है बड़ा संदेश


ईरान ने तीन एयर स्ट्राइक के जरिए अपनी ताकत दिखाई है। इराक, सीरिया और पाकिस्तान की सीमा में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की ओर से हमला किया गया है। यह हमले दिखाते हैं कि ईरान एक क्षेत्रीय मिलिट्री पावर बन गया है। IRGC की ओर से खुले तौर पर धमकी देते हुए कहा गया है कि मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों के साथ ही तेल अवीव और हाइफा में इजरायल के ठिकाने उसकी बैलिस्टिक मिसाइलों की रेंज में हैं। मंगलवार को 24 घंटे के अंदर तीन अलग-अलग हमलों के जरिए उसने शक्ति का प्रदर्शन किया।
मंगलवार की शाम ईरान ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों पर हमला बोला और जैश अल-अदल के दो ठिकानों को नष्ट कर दिया। जैश अल-अदल एक सुन्नी ग्रुप है जो दक्षिण-पूर्वी ईरान में जातीय बलूच लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने की बात कहता है। पाकिस्तान ने इस एयर स्ट्राइक को अस्वीकार्य बताया। साथ ही कहा कि हमले में दो बच्चियों की मौत हुई। पाकिस्तान ने गंभीर परिणाम होने की धमकी भी दी थी। हालांकि एक दिन बाद गुरुवार को पाकिस्तान ने भी ईरान पर मिसाइल दागे।
इराक पर ईरान की एयर स्ट्राइक – इसके अलावा अर्ध-स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र की राजधानी इरबिल में 11 बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की गई। इस हमले की इराक ने निंदा की है। क्षेत्रीय सरकार के मुताबिक हमले में कम से कम चार नागरिक मारे गए। इस इलाके के प्रधानमंत्री मसरूर बरजानी ने हमले को कुर्द लोगों के खिलाफ अपराध बताया। फारस समाचार एजेंसी ने दावा किया कि हमलों में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का मुख्यालय तबाह हो गया। वहीं कुर्दिस्तान क्षेत्र सुरक्षा परिषद ने इसे खारिज कर दिया। वहीं इजरायल इस पर चुप रहा। इरबिल पर हमला करके ईरान ने दिखाया है कि उसके पास इतनी दूर तक सटीक हमला करने की क्षमता है। साथ ही वह अमेरिका और दूसरे विदेशी स्टेशनों को निशाना बना सकता है, जो इरबिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के करीब है।
सीरिया पर भी दागे मिसाइल – ईरान ने सोमवार को सीरिया में भी मिसाइल दागे थे। IRGC के मुताबिक उसने उत्तर-पश्चिमी प्रांत इदलिब में इस्लामी स्टेट और अन्य आतंकी समूहों के ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे। राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के खिलाफ 12 साल के युद्ध के बाद इदलिब सीरियाई विपक्ष का आखिरी गढ़ है। रूस और ईरान राष्ट्रपति की सरकार को समर्थन देते हैं। इदलिब में इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शर्म का दबदबा है, हालांकि IS और अल-कायदा भी वहां मौजूद हैं।