
अम्मान। 2011 से शुरू हुई सिविल वार के बाद आखिरकार सीरियाई सेना ने गुरुवार को आईएस के गढ़ कहे जाने वाले अलेप्पो शहर पर फिर से प्राप्त कर लिया। सीरिया की सरकारी मीडिया एजेंसी ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि सेना ने आईएस को खदेड़कर बर्बाद हो चुके अलेप्पो शहर पर जीत हासिल कर ली है।
इससे पहले रेड क्रॉस ने कहा था कि 4 हजार से ज्यादा लड़ाकों ने इस शहर को छोड़ दिया था। अलेप्पो का हाथ से जाना विद्रोहियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इस शहर को वापस पाने तक में यहां 3,10,000 लोग मारे जा चुके हैं।
अलेप्पो पर फतह के बाद अब सीरियाई सरकार को देश के पांच बड़े शहरों अलेप्पो, होम्ज, हामा, दमेकस और लताकिया पर फिर से कब्जा हो गया है। राष्ट्रपति बशर अल-असद की यह जीत उसके मॉस्को और तेहरान में बैठे सहयोगियों के लिए एक वरदान बनी है वहीं विरोधियों का समर्थन कर रहे तुर्की, सउदी अरब, कतर और कुछ पश्चिमी देशों के लिए बड़ी हार है।
दुनिया के बड़े देशों रूस और अमेरिका के बीच चली आ रही लड़ाई के चलते सीरिया में खूनी खेल पर लगाम लगाने मे विश्व समुदाय को कड़ा संघर्ष करना पड़ा। स्टेट न्यूज एजेंसी साना ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि अलेप्पो की आजाद सिर्फ सीरिया की जीत नहीं बल्कि रूस और इरान जैसे उन देशों की भी जीत है जिन्होंने आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
बता दें कि सीरियाई सेना और इसे समर्थन देने वाली मिलिशिया, नवंबर के अंत में अलेप्पो के पूरी इलाके में घुसी थी और उसके बाद से ही भीषण जंग जारी थी।
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