
इजरायल और हमास में गाजा बंधक समझौते पर सहमति बन गई है। इसी के साथ गाजा मेंं 7 अक्टूबर 2023 से जारी युद्ध की समाप्त होने के आसार नजर आने लगे हैं। हालांकि, इस समझौते को अभी इजरायली कैबिनेट और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मंजूरी का इंतजार है। इस समझौते में अमेरिका और कतर ने बड़ी भूमिका निभाई है।
इजरायल और हमास के बीच गाजा बंधक समझौते पर सहमति बन गई है। कई अधिकारियों का कहना है कि इजरायल और हमास ने गाजा में युद्ध विराम और 15 महीने से अधिक समय तक चले युद्ध के बाद दर्जनों बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है। इस समझौते से गाजा पट्टी में लड़ाई रुकने और इजरायल और हमास के बीच अब तक के सबसे घातक और विनाशकारी युद्ध के समाप्त होने की उम्मीद है। इजरायल ने 7 अक्तूबर 2023 को हमास के हमलों के बाद गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी थी।
यह समझौता कब प्रभावी होगा? – इस योजना को अभी भी इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सुरक्षा मंत्रिमंडल और फिर उनके पूर्ण मंत्रिमंडल से अनुमोदन की आवश्यकता है। दोनों पर नेतन्याहू के सहयोगियों का प्रभुत्व है और उनके द्वारा प्रस्तुत किसी भी प्रस्ताव को मंजूरी देने की संभावना है।
अब इजरायली बंधकों का क्या होगा? – गाजा के अंदर अभी भी लगभग 100 लोग बंदी हैं। हालांकि, इजरायल की सेना का मानना है कि कम से कम एक तिहाई लोग मर चुके हैं। तीन चरणों वाला यह समझौता इजरायल द्वारा कैद सैकड़ों फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों के बदले में 33 महिलाओं, बच्चों, वृद्धों और घायल नागरिकों की रिहाई के साथ शुरू होगा। दूसरे चरण में सैनिकों और अन्य पुरुष बंदियों को रिहा किया जाएगा।
गाजा युद्ध के लिए इस सौदे का क्या मतलब है? – यह समझौता बुरी तरह प्रभावित गाजा पट्टी को राहत पहुंचाएगा, जहां इजरायल के हमले ने बड़े इलाकों को मलबे में बदल दिया है। इजरायली हमलों ने गाजा पट्टी की 2.3 मिलियन की आबादी के लगभग 90% लोगों को विस्थापित कर दिया है, जिनमें से कई लोगों को अकाल का खतरा है।
समझौते पर इजरायलियों ने क्या कहा – जैसे ही डील की घोषणा हुई, तेल अवीव में “बंधकों का चौक” के रूप में जाना जाने वाला क्षेत्र शांत था। कुछ लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह डील हो चुकी है। कुछ बंधकों के रिश्तेदारों ने इस समझौते पर खुशी जताई है। हालांकि, उनका कहना है कि जब तक वह अपने बंधकों को घर लौटते नहीं देख लेते हैं, तब तक उन्हें विश्वास नहीं होगा। कुछ लोग जिनके दोस्त बंधक बनाए गए हैं, उन्होंने कहा कि वे तब तक डील पर भरोसा नहीं करेंगे, जब तक सभी बंधक वापस नहीं आ जाते। इजरायली नागरिकों का कहना है कि वे चाहते हैं कि सभी बंधकों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने के बजाय एक साथ वापस लाया जाए।
इजरायली सैन्य मुख्यालय के पास प्रदर्शन – हमास के साथ समझौते की बात सामने आते ही बड़ी संख्या इजरायली नागरिक तेल अवीव में सैन्य मुख्यालय के पास जमा हो गए। उन्होंने समझौते को पूरा करने की मांग की। कई लोगों ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के पोस्टर पकड़े हुए थे; अन्य लोगों ने हवा में मोमबत्तियां लहराईं।
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