हाइफा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल यात्रा का तीसरा व अंतिम दिन यरुशलम व तेल अवीव के बाद तीसरे बड़े शहर हाइफा में बिताया।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ वहां पहुंचे मोदी ने सबसे पहले शहीद स्मारक जाकर उन 44 भारतीय जवानों की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वहां शहीद हुए थे।
इसके बाद नेतन्याहू उन्हें जीप में बैठाकर डोर समुद्र तट ले गए। जीप खुद नेतन्याहू चला रहे थे। मोदी जीप में नंगे पांव बैठे।
वहां उन्होंने समुद्र के खारे पानी को तत्काल फिल्टर कर पीने लायक बनाने का चलित संयंत्र देखा। दोनों नेताओं ने इस तकनीक से साफ पानी पीया भी। दुनिया में इजरायल इकलौता देश है, जिसने समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनाने की तकनीक विकसित की है।
शहीद स्मारक में आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाइफा में जाकर प्रथम विश्व युद्ध में शहीद होने वाले भारतीय सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी थे।
वहां से निकलते समय गेस्ट बुक में मोदी ने लिखा, यहां आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। बोले कि युद्ध का शताब्दी समारोह दोनों देशों को और नजदीक लेकर आएगा।
भारतीय सैनिकों ने जिस तरह से इजरायल के शहर के बचाने के लिए अपने प्राण बलिदान किए, उसकी मिसाल इतिहास में कहीं और नहीं है। उन्होंने इस दौरान मेजर दलपत सिंह के स्मारक का विमोचन भी किया।
उन्हें हीरो ऑफ हाइफा का दर्जा दिया गया है। वह बोले कि दलपत सिंह व उनकी सेना का बहादुरी हमेशा याद रखी जाएगी।
यह उन 44 भारतीय सैनिकों की अंतिम विश्रामस्थली है जिन्होंने प्रथम युद्ध के दौरान इस शहर को आजाद कराने के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना 23 सितंबर को हर साल रणबांकुरों की याद में हाइफा डे का आयोजन करती आ रही है।
भारत के इन सैनिकों ने शाही सेना की 15 वीं घुड़सवार ब्रिगेड की तरफ से लड़ते हुए ओटोमन साम्राज्य की सेना को धूल चटाई थी।
इतिहासकार भी मानते हैं कि घुड़सवार सेना की बहादुरी की मिसाल का यह आखिरी उदाहरण है। 1918 में मित्र सेना की तरफ से लड़ते हुए भारतीय ब्रिगेड फलस्तीन तक जा पहुंची थी।
सैन्य कौशल के लिए मेजर दलपत सिंह समेत कई अन्य सैनिकों को सैन्य सम्मान दिए गए थे। 2012 में हाइफा की नगरपालिका ने फैसला लिया था कि सैनिकों की बहादुरी की कथा पाठ्यक्रम में शामिल की जाए।
नेतन्याहू ने भेंट किया मोदी को हस्ताक्षरित चित्र
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक हस्ताक्षरित चित्र भेंट किया। इसमें नेतन्याहू व मोदी नंगे पैर ओल्गा बीच पर चल रहे हैं।
इसमें नीचे संदेश भी लिखा है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को, गहरी दोस्ती के साथ, आपकी ऐतिहासिक इजरायल यात्रा के लिए’। मोदी ने इस चित्र को ट्वीट किया है। उन्होंने संदेश लिखा है कि आपके चित्र, प्यार भरे लफ्जों व बेहतरीन सत्कार के लिए मेरे दोस्त नेतन्याहू को बहुत-बहुत धन्यवाद।
भारतीय छात्रों से मिले मोदी
पीएम मोदी ने अपने इजरायल दौरे के अंतिम दिन वहां उच्च शिक्षा के लिए गए भारतीय छात्रों से मुलाकात की। मोदी ने ट्वीट किया कि भारतीय छात्रों से मिलना बेहद सुखद पल था।
मोदी ने एक होटल में छात्रों से हुई मुलाकात के बाद कहा कि आप सभी इजरायल व भारत के बीच दोस्ती का एक पुल बना रहे हैं।
कल्याणी ग्रुप के साथ समझौता
इजरायल की कंपनी आइएआइ (इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज) ने भारत के कल्याणी ग्रुप के साथ समझौता किया है। दोनों कंपनियां एयर डिफेंस सिस्टम के रखरखाव के लिए हैदराबाद में केंद्र स्थापित करने की दिशा में काम करेंगी। फरवरी में कल्याणी ग्रुप ने इजरायल की कंपनी के साथ एक एमओयू साइन किया था।
इसमें भारतीय वायु सेना के लिए रक्षा तंत्र विकसित किया जाना है। ग्रुप की सहयोगी कंपनी भारत फोर्ज लि. के चेयरमैन बाबा कल्याणी ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत दोनों कंपनी वायु सेना का रक्षा तंत्र बनाने जा रही हैं।
हाइफा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल यात्रा का तीसरा व अंतिम दिन यरुशलम व तेल अवीव के बाद तीसरे बड़े शहर हाइफा में बिताया। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ वहां पहुंचे मोदी ने सबसे पहले शहीद स्मारक जाकर उन 44 भारतीय जवानों की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वहां शहीद हुए थे। इसके बाद नेतन्याहू उन्हें जीप में बैठाकर डोर समुद्र तट ले गए। जीप खुद नेतन्याहू चला रहे थे। मोदी जीप में नंगे पांव बैठे। वहां उन्होंने समुद्र के खारे पानी को तत्काल फिल्टर कर पीने लायक बनाने का चलित संयंत्र देखा। दोनों नेताओं ने इस तकनीक से साफ पानी पीया भी। दुनिया में इजरायल इकलौता देश है, जिसने समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनाने की तकनीक विकसित की है। शहीद स्मारक में आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाइफा में जाकर प्रथम विश्व युद्ध में शहीद होने वाले भारतीय सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी थे। वहां से निकलते समय गेस्ट बुक में मोदी ने लिखा, यहां आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। बोले कि युद्ध का शताब्दी समारोह दोनों देशों को और नजदीक लेकर आएगा। भारतीय सैनिकों ने जिस तरह से इजरायल के शहर के बचाने के लिए अपने प्राण बलिदान किए, उसकी मिसाल इतिहास में कहीं और नहीं है। उन्होंने इस दौरान मेजर दलपत सिंह के स्मारक का विमोचन भी किया। उन्हें हीरो ऑफ हाइफा का दर्जा दिया गया है। वह बोले कि दलपत सिंह व उनकी सेना का बहादुरी हमेशा याद रखी जाएगी। यह उन 44 भारतीय सैनिकों की अंतिम विश्रामस्थली है जिन्होंने प्रथम युद्ध के दौरान इस शहर को आजाद कराने के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना 23 सितंबर को हर साल रणबांकुरों की याद में हाइफा डे का आयोजन करती आ रही है। भारत के इन सैनिकों ने शाही सेना की 15 वीं घुड़सवार ब्रिगेड की तरफ से लड़ते हुए ओटोमन साम्राज्य की सेना को धूल चटाई थी। इतिहासकार भी मानते हैं कि घुड़सवार सेना की बहादुरी की मिसाल का यह आखिरी उदाहरण है। 1918 में मित्र सेना की तरफ से लड़ते हुए भारतीय ब्रिगेड फलस्तीन तक जा पहुंची थी। सैन्य कौशल के लिए मेजर दलपत सिंह समेत कई अन्य सैनिकों को सैन्य सम्मान दिए गए थे। 2012 में हाइफा की नगरपालिका ने फैसला लिया था कि सैनिकों की बहादुरी की कथा पाठ्यक्रम में शामिल की जाए। नेतन्याहू ने भेंट किया मोदी को हस्ताक्षरित चित्र इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक हस्ताक्षरित चित्र भेंट किया। इसमें नेतन्याहू व मोदी नंगे पैर ओल्गा बीच पर चल रहे हैं। इसमें नीचे संदेश भी लिखा है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को, गहरी दोस्ती के साथ, आपकी ऐतिहासिक इजरायल यात्रा के लिए’। मोदी ने इस चित्र को ट्वीट किया है। उन्होंने संदेश लिखा है कि आपके चित्र, प्यार भरे लफ्जों व बेहतरीन सत्कार के लिए मेरे दोस्त नेतन्याहू को बहुत-बहुत धन्यवाद। भारतीय छात्रों से मिले मोदी पीएम मोदी ने अपने इजरायल दौरे के अंतिम दिन वहां उच्च शिक्षा के लिए गए भारतीय छात्रों से मुलाकात की। मोदी ने ट्वीट किया कि भारतीय छात्रों से मिलना बेहद सुखद पल था। मोदी ने एक होटल में छात्रों से हुई मुलाकात के बाद कहा कि आप सभी इजरायल व भारत के बीच दोस्ती का एक पुल बना रहे हैं। कल्याणी ग्रुप के साथ समझौता इजरायल की कंपनी आइएआइ (इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज) ने भारत के कल्याणी ग्रुप के साथ समझौता किया है। दोनों कंपनियां एयर डिफेंस सिस्टम के रखरखाव के लिए हैदराबाद में केंद्र स्थापित करने की दिशा में काम करेंगी। फरवरी में कल्याणी ग्रुप ने इजरायल की कंपनी के साथ एक एमओयू साइन किया था। इसमें भारतीय वायु सेना के लिए रक्षा तंत्र विकसित किया जाना है। ग्रुप की सहयोगी कंपनी भारत फोर्ज लि. के चेयरमैन बाबा कल्याणी ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत दोनों कंपनी वायु सेना का रक्षा तंत्र बनाने जा रही हैं।