Sunday , April 20 2025 2:52 PM
Home / News / इजरायल या ईरान? किसके खिलाफ सऊदी अरब और पाकिस्तान साथ-साथ, हो गया खुलासा

इजरायल या ईरान? किसके खिलाफ सऊदी अरब और पाकिस्तान साथ-साथ, हो गया खुलासा


पाकिस्तान एक बार फिर सऊदी अरब को साधने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर कटोरा लेकर सऊदी अरब पहुंचे हैं। उनके साथ पाकिस्तान के शीर्ष राजनेता और आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा भी हैं। इस दौरान दोनों ही देशों ने गाजा और ईरान पर चर्चा की है।
दुनिया में अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान एक बार फिर सऊदी अरब पर डोरे डाल रहा है। इसके लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब का दौरा भी किया है। इस दौरे पर शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद से भी मुलाकात की है। रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि इस दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में सहयोगी प्रयासों के महत्व को पहचानने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने वैश्विक घटनाक्रमों पर भी चर्चा की, जिसमें ईरान और गाजा युद्ध प्रमुख रहे।
शहबाज शरीफ ने क्या बताया – सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम शहबाज शरीफ ने लिखा: “आज जेद्दा में हिज रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। व्यापार, निवेश, ऊर्जा और सुरक्षा में पाकिस्तान-सऊदी अरब संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर हमारी सबसे अधिक उत्पादक चर्चा हुई। पाकिस्तान को किंगडम के लगातार समर्थन के लिए हिज रॉयल हाइनेस को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा, “हमारी स्थायी मित्रता और समृद्धि के लिए साझा दृष्टिकोण हमारे द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है और इसे पारस्परिक रूप से लाभकारी आर्थिक साझेदारी में बदल रहा है।” “मध्य पूर्व और यूक्रेन में शांति लाने के प्रयासों में हिज रॉयल हाइनेस और किंगडम द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।”
शहबाज के साथ सेना प्रमुख भी सऊदी पहुंचे – प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ आए उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार, सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज, संघीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। पाकिस्तान रेडियो ने बताया कि बैठक में पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच मजबूत और ऐतिहासिक संबंधों की पुष्टि की गई, जिसमें अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान नेताओं ने दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। शहबाज शरीफ ने प्रमुख क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए सऊदी अरब की प्रतिबद्धता की सराहना की, जो पाकिस्तान के आर्थिक विकास और स्थिरता में योगदान देगा।
भू-राजनीतिक परिदृश्य पर हुई चर्चा – दोनों नेताओं ने “विकसित क्षेत्रीय स्थिति के साथ-साथ भू-राजनीतिक परिदृश्य पर भी गहन चर्चा की और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अपने साझा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए सभी स्तरों पर मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की।” रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं ने गाजा और वेस्ट बैंक में इजरायल के बढ़ते हमलों पर चिंता भी व्यक्त की। इसके अलावा ईरान के साथ संबंधों पर भी चर्चा हुई। हालांकि, पाकिस्तान और सऊदी अरब ने ईरान को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया है।
गाजा युद्ध पर मुखर हैं दोनों देश – सऊदी अरब और पाकिस्तान दोनों ने गाजा युद्ध पर इजरायल के खिलाफ कड़ा रोष व्यक्त किया है। इन दोनों देशों का आऱोप है कि इजरायल फिलिस्तीनी नागरिकों पर अत्याचार कर रहा है। सऊदी अरब निर्विवाद रूप से इस्लामी देशों का नेता है, हालांकि पाकिस्तान भी खुद को महत्वपूर्ण साबित करने के लिए गाजा युद्ध पर लगातार जहर उगल रहा है। वहीं, दूसरी ओर सऊदी अरब और ईरान में दुश्मनी जगजाहिर है। पाकिस्तान के भी ईरान के साथ संबंध उतने अच्छे नहीं हैं। ऐसे में दोनों ही ईरान के खिलाफ एक दूसरे की मदद के लिए तैयार हैं।