
इजराइल की संसदीय समिति ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पत्नी और उनके वयस्क पुत्रों को अब सुरक्षा मुहैया नहीं कराने के पक्ष में रविवार को मतदान किया। यह फैसला सोमवार से प्रभावी होगा। नेतन्याहू ने कई बार कहा है कि उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां लगातार मिल रही हैं। इसके बावजूद समिति ने यह फैसला किया।
विपक्ष के नेता होने के कारण नेतन्याहू को मिलेगी सुविधाएं : नफ्ताली बेनेट ने इजराइल के प्रधानमंत्री पद की जून में शपथ ली थी और इसी के साथ 12 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया। नयी सरकार के लिए अलग-अलग विचारधाराओं के दलों ने गठबंधन किया। नेतन्याहू अब विपक्ष के नेता हैं और उन्हें सरकार की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई जाती है।
पूर्व पीएम के परिवार को छह महीने मिलती है सुरक्षा : मानक प्रक्रियाओं के तहत, पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार को कार्यकाल समाप्त होने के बाद शुरुआती छह महीने तक सुरक्षा एवं चालक के साथ एक वाहन मुहैया कराया जाता है, लेकिन नेतन्याहू के जोर देने पर एक मंत्रिस्तरीय समिति ने जनवरी में इस सीमा को एक साल तक बढ़ा दिया था। उसी मंत्रिस्तीय समिति ने सुरक्षा मुहैया कराने की अवधि को रविवार को कम करके फिर से छह महीने करने की ‘शिन बेट’ सुरक्षा सेवा की सिफारिश स्वीकार कर ली। उसने कहा कि नेतन्याहू की पत्नी या उनके बच्चों को कोई आसन्न खतरा नहीं है।
भ्रष्टाचार मामले में नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ी : नेतन्याहू के पूर्व प्रवक्ता नीर हेफेट्ज मुकदमे में अभियोजन पक्ष के मुख्य गवाह बन गए हैं। उनकी गवाही को नेतन्याहू के खिलाफ लगे आरोपों के सिलसिले में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, अब विपक्ष के नेता की भूमिका निभा रहे पूर्व प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है। उन्होंने सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद करार दिया है।
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