
गेनोवाः इटली के उत्तरी बंदरगाह शहर गेनोवा में मंगलवार को गिरे पुल के मलबे में करीब 20 लोगों के अभी दबे होने की आशंका है। इस दुर्घटना में कम से कम 38 लोग मारे गए। इस बीच, सरकार ने पुल निर्माता कंपनी, जो देश की सबसे बड़ी टोल रोड ऑपरेटर है, के विरुद्ध भारी जुर्माना लगाने और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। शहर के मुख्य मजिस्ट्रेट फ्रेंसेस्को कोजी ने कहा, मंगलवार को पुल पर खड़े वाहनों की संया और परिजनों से मिली सूचना के आधार पर यह माना जा रहा है कि मलबे में 10 से 20 लोग फंसे होंगे।
आधिकारिक तौर पर इस दुर्घटना में 38 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पुल का बीच का 80 मीटर का हिस्सा एक फैक्टरी और अन्य इमारतों पर गिर गया जिसकी वजह से नीचे जा रहे वाहन इसकी चपेट में आ गए और समीपवर्ती नदी के तट पर कंक्रीट का जबर्दस्त मलबा गिर गया। मिलान-सूचीबद्ध अंतरराष्ट्रीय टोल-रोड समूह अटलांटिया का हिस्सा ऑटोस्ट्रेड प्रति एल इटालिया ने मोटरवे पुल का निर्माता है।
जांचकर्ता हालांकि अभी तक पुल गिरने के सही कारणों का पता नहीं लगा सके हैं। गुरुवार की सुबह पुल निर्माता कंपनी के शेयर बाजार में गंभीर झटका लगा जब अटलांटिया के शेयर 25 प्रतिशत गिर गए। पूर्व-खुले व्यापार में इसके शेयर में 50 प्रतिशत तक गिरावट के भी संकेत थे। इस इादसे के बाद इटली के परिवहन मंत्री डैनिलो तोनीनेली ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि यह घटना दर्शाती है कि कहीं न कहीं इसकी मरम्मत में कमी रह गई है और दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा।
विशेषज्ञों और 50 वर्ष पुराने पुल के पास रहने वाले लोगों ने कहा कि संरचना निर्माण के दो दशकों के भीतर से ही तरह-तरह की समस्याएं आ रही हैं। एक निवासी ने कहा कि 1980 के दशक तक कंक्रीट के टुकड़े पुल से गिर रहे थे। इटली के प्रधानमंत्री गिउसेप्पे कोंटे ने हादसे के बाद गेनोआ में आपातकाल घोषित कर दिया। गेनोआ इटली के व्यस्ततम बंदरगाहों में से एक तथा इस घटना के कारण फ्रांस के साथ जुड़े कॉरिडोर पर भी इसका असर पड़ा।
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