
उत्तर कोरियाई (North Korea) शासक किम जोंग उन (Kim Jong Un) के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि किम जोंग उन (Kim Jong Un) का कार्डियोवस्कलर (cardiovascular) प्रॉब्लम की वजह से इलाज चल रहा था। इस दौरान किम की एक सर्जरी की गई और उनकी हालत बिगड़ गई।
जानें, कौन हैं उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन की बहन, संभाल सकती हैं सत्तादुनिया के सबसे रहस्यमय देशों में से एक उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन इन दिनों एक विला के अंदर बने अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन ब्रेन डेड हो चुके हैं। किम की बेहद खराब हालत को देखते हुए अब यह अटकलें तेज हो गई हैं कि उनकी जगह कौन उत्तर कोरिया की कमान संभालेगा। एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह हैं उनकी छोटी बहन किम यो जोंग। आइए जानते हैं कौन हैं किम यो जोंग….
किम जोंग उन ने बहन को फिर दी अहम जिम्मेदारी
उत्तर कोरियाई तानाशाह की खराब हालत का संकेत उस समय मिल गया था जब पिछले दिनों किम जोंग उन की शक्तिशाली छोटी बहन किम यो जोंग को निर्णय लेने वाले प्रमुख निकाय में फिर से नियुक्त किया गया था। इसके बाद दुनिया से अलग थलग पड़े इस राष्ट्र में किम यो जोंग का कद बढ़ गया। सरकारी मीडिया ने रविवार को यह बेहद अहम जानकारी दी थी। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक अपने भाई की लंबे समय से करीबी सलाहकार रहीं, किम यो जोंग को शीर्ष अधिकारियों के पदक्रम में शनिवार को हुए फेरबदल के बाद केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो का फिर से वैकल्पिक सदस्य चुना गया।
ट्रंप से वार्ता विफल होने पर पद से हटा दिया था
बताया जा रहा है कि बहन की दोबारा नियुक्ति पर फैसला लेने के लिए बैठक की अध्यक्षता स्वयं किम जोंग उन ने की थी। विश्लेषकों का कहना है कि किम यो जोंग को पिछले साल उनके भाई और उत्तर कोरिया के सबसे ताकतवर नेता तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हनोई में दूसरी शिखर वार्ता नाकाम होने के बाद इस पद से हटा दिया गया था। उत्तर कोरिया से भाग कर सियोल में शोध कर रहे आह्न चान इल ने उस समय कहा था, ‘किम यो जोंग की बहाली उत्तर कोरिया के पदक्रम में उनके स्थान का बढ़ना दिखाती है।’ हालांकि अब यह स्पष्ट हो रहा है कि किम जोंग उन खराब स्वास्थ्य को देखते हुए अपनी बहन पर भरोसा कर रहा है।
विंटर ओलपिंक में किया था उत्तर कोरिया का नेतृत्व
किम यो जोंग ने वर्ष 2018 में विंटर ओलंपिंक खेलों में अपने भाई की जगह पर देश का नेतृत्व किया था। इसके बाद उनकी सत्तारूढ़ पार्टी में उनकी हैसियत और ज्यादा बढ़ गई थी। माना जाता है कि किम जोंग उन की विदेशों में और उत्तर कोरिया के अंदर सार्वजनिक छवि बनाने के पीछे किम यो जोंग का ही दिमाग है। इसके बदले में किम जोंग उन अपनी बहन पर पूरा भरोसा करता है। बताते चलें कि किम ने राजद्रोह के आरोप में अपने चाचा को फांसी पर लटकवा दिया था।
दक्षिण कोरिया पर भड़कीं थीं किम यो जोंग
पिछले महीने ही किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ बेहद सख्त बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं।’ दरअसल, उत्तर कोरिया ने लाइव फायर मिलिट्री अभ्यास किया था। इसके बाद दक्षिण कोरिया ने इसका विरोध किया था। दक्षिण कोरिया के बयान के बाद किम यो जोंग ने कहा था कि ‘डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं।’ इससे पहले मार्च महीने में किम यो जोंग ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्र भेजने के लिए प्रशंसा की थी। उन्होंने आशा जताई थी कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच संबंध बेहतर होंगे।
उत्तर कोरियाई तानाशाह पर गहरा प्रभाव
उत्तर कोरियाई मामलों के जानकार लिओनिड पेट्रोव ने कहते हैं, ‘किम यो जोंग की अपने भाई तक सीधी पहुंच है। यही नहीं उत्तर कोरियाई शासक पर उनकी बहन का गहरा प्रभाव है। किम यो जोंग को अपने भाई के बारे में सब पता है। किम यो जोंग अपने भाई की सबसे वफादार हैं और विदेशियों तथा दक्षिण कोरिया से डील करती हैं। किम यो जोंग अपने भाई की सकारात्मक छवि दुनिया में बनाने का काम करती हैं।’ 31 साल की किम यो जोंग अपने पिता और पूर्व उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग इल की सबसे छोटी संतान हैं। बताया जाता है कि किम जोंग उन और उनकी बहन किम यो जोंग के बीच बचपन से ही काफी करीबी संबंध रहा है। अगर किम जोंग उन मरते हैं तो उनकी जगह पर किम यो जोंग या किम जोंग उन के बेटे को सत्ता दी जा सकती है।
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