
दुबई: कुवैत के युवराज (क्राउन प्रिंस) ने बुधवार को संसद को भंग कर दिया और जल्द चुनाव का आह्वान किया। टेलीविज़न पर प्रसारित अपने राष्ट्रीय संबोधन में, 81 वर्षीय शेख मेशल अल अहमद अल जाबेर ने कहा कि शासक परिवार कुवैत के संविधान का सम्मान करता है जो देश की संसद को फारस की खाड़ी के अन्य शेख शासित निरंकुश क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा अधिकार प्रदान करता है। असंतोष, गहरी शिथिलता ने अमीर को हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर किया।
पिछले साल अमीर की अधिकतर जिम्मेदारी संभालने वाले शेख मेशल ने कहा, “इस संवैधानिक समाधान के साथ हमारा लक्ष्य व लोगों के प्रति दृढ़ व निष्कपट इच्छा यह है कि वे सही विकल्प का प्रतिनिधित्व करने वालों को चुनकर राजनीतिक प्रक्रिया को सही दिशा प्रदान करें।” चुनाव की तारीखों की तत्काल घोषणा नहीं की गई है। संसद के साथ विवादों को लेकर देश के मंत्रिमंडल ने दो महीने पहले इस्तीफा दे दिया, जिसके परिणामस्वरूप लंबे समय तक गतिरोध था।
एक दर्जन से अधिक कुवैती सांसदों ने एक नई सरकार के लिए दबाव बनाने और देश में आर्थिक और सामाजिक प्रगति को अवरुद्ध करने वाले बिगड़ते राजनीतिक संकट के विरोध में आवाज उठाने के लिए पिछले हफ्ते संसदीय कक्ष के अंदर धरना शुरू किया। इस तकरार ने कई कुवैतियों का अपनी 50-सदस्यीय निर्वाचित संसद से मोहभंग कर दिया है।
संसद को कानून पारित करने और अवरुद्ध करने, मंत्रियों से सवाल करने और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अविश्वास मत पेश करने का अधिकार है। हालांकि अंतिम फैसला शासन करने वाले अमीर के पास होता है। कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल सबाह बुधवार को कुछ समय के लिये सरकारी टेलीविजन पर यह कहने के लिये नजर आए कि उन्होंने अपने उत्तराधिकारी को राष्ट्रीय संबोधन के लिये अधिकृत किया है।
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