हाल ही में लीक हुए दस्तावेज़ों से पता चला है कि चीन रूस पर आक्रमण की तैयारी कर रहा है और रूस इस मुद्दे को लेकर लेकर गंभीर चिंता में है। यह जानकारी इस बात की ओर इशारा करती है कि रूस अपनी पूर्वी सीमाओं पर संभावित चीनी आक्रमण को लेकर गहरे आशंकित है। रूस की चिंताओं का मुख्य कारण चीन की विस्तारवादी नीतियाँ और उसकी सैन्य गतिविधियाँ हैं। लीक हुए दस्तावेज़ों में उल्लेख किया गया है कि रूस को डर है कि चीन अपनी सीमाओं का विस्तार कर सकता है और रूस के पूर्वी हिस्से पर आक्रमण कर सकता है।
रूस ने इस चिंतन को ध्यान में रखते हुए पिछले साल चीन की सीमा से सटे क्षेत्रों में दो बार परमाणु क्षमता वाले मिसाइलों का परीक्षण किया। यह परीक्षण रूस की सैन्य रणनीति का हिस्सा था, जिसमें उन्होंने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की तैयारी की थी यदि चीनी आक्रमण की स्थिति उत्पन्न हो। लीक हुए दस्तावेज़ों में यह भी खुलासा हुआ है कि रूस ने चीनी सैनिकों के खिलाफ अंतिम विकल्प के रूप में परमाणु हथियारों का उपयोग करने की योजना बनाई है। दस्तावेज़ों के अनुसार, अगर स्थिति अत्यधिक गंभीर हो जाती है और चीन की सेना रूसी क्षेत्र में घुसपैठ करती है, तो रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।