
अधिकतर घरों में देखने को मिलता है कि छोटी-छोटी बातों पर घरके सदस्यों में आपसी मतभेद पैदा होने लगता है। जिससे घर में अशांति का माहौल बनने लगता है। किसी घर में बाप-बेटे के बीच खटपट होती है तो किसी में सास-बहू के बीच की नोख-झोंक और कई घरों में तो भाई-भाई ही आपस में ही एक-दूसरे का सिर फोड़ने को लग रहते हैं।
ऐसी हालतों में अगर कोई एक पक्ष भी यदि निम्रलिखित मंत्र का जाप करे तो वातावरण में शांति बनी रह सकती है। इसके अलावा घर के बड़े-बुजुर्ग यदि निम्न मंत्र का नियमित जाप करें तो गृह-क्लेश से मुक्ति मिल जाती है-
मंत्र-
धां धी धूं धूर्जटे पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवी, शां शीं शूं में शुभं कुरू।
विधि-
मंत्र जाप करने का इच्छुक व्यक्ति स्नान करके काली की मूर्ति अथवा चित्र पर पुष्प माला अर्पण कर दीप जलाकर देवी का मानसिक ध्यान करें। तत्पश्चात 108 बार इस मंत्र का जप करें। 28 से 43 दिनों तक नियमित इस मंत्र का जाप करने से गृह-क्लेश से मुक्ति मिलती है।
विवाह के लिए मंत्र
उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होने पर भी कई बार अभिभावक लड़की या लड़के के विवाह में अनावश्यक अड़चनें आने से अत्यंत उद्विग्न हो जाते हैं लेकिन विवाह के लिए निम्नलिखित मंत्र का जप करने से ये अड़चनें दूर हो जाती हैं-
मंत्र-
हे गौरी शंकराद्वांगि यथा त्व शंकरप्रिया। तथा मां कुरू कल्याणि कांतकांता सुदुर्लभाम्।
विधि- नित्य प्रति स्नान करने के पश्चात भगवती पार्वती के चित्र के सामने दीप जलाकर कन्या स्वयं 40 दिनों तक नियमित 22 माला का जाप नियमित करे।
भयनाशक मंत्र
रात को अक्सर बुरे स्वप्न आते हैं और डर लगने लगता है। कई व्यक्ति निर्जन स्थान में जाने से बहुत घबराते हैं। छोटी-मोटी पारिवारिक समस्याएं आने पर कुछ लोग अपना आत्मविश्वास खो बैठते हैं। ऐसे में यह मंत्र बहुत लाभदायक है-
मंत्र-
ओम ऐं हरीं हनुमते रामदूताय नम:
विधि- किसी एकांत स्थान पर या किसी कमरे में सामने हनुमान जी का कोई बलशाली चित्र लगाएं और उस चित्र के समक्ष नित्यप्रति किसी भी समय अपने मन को एकाग्र करके हनुमान जी का स्मरण कर 108 बार नित्य जप करें।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website