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बराक ओबामा की किताब में मनमोहन सिंह का जिक्र, जानें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्या लिखा था?


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। मनमोहन सिंह को गुरुवार शाम एम्स में भर्ती कराया गया था। उनके देश और विदेश में लाखों प्रशसंक हैं। इनमें से एक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी हैं। ओबामा ने अपनी किताब में मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की थी।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर देश-दुनिया से शोक संदेश आ रहे हैं। इस बीच मनमोहन सिंह से जुड़ी कई घटनाओं का भी जिक्र किया जा रहा है, जिनमें से एक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के संस्मरण से संबंधित है। बराक ओबामा ने अपनी किताब ए प्रॉमिस लैंड (A Promised Land) में मनमोहन सिंह का जिक्र किया है। जून 2010 में भी कनाडा में जी-20 सम्मेलन के इतर मुलाकात के बाद ओबामा ने कहा था कि जब मनमोहन सिंह बोलते हैं, तब पूरी दुनिया सुनती है।
नवंबर 2020 में ओबामा ने प्रकाशित की थी किताब – ‘ए प्रोमिस्ड लैंड’ नाम की किताब ओबामा के राजनीतिक जीवन पर आधारित संस्मरण का पहला अंक है। नवंबर 2020 में प्रकाशित इस किताब में बराक ओबामा ने 1400 शब्द नवंबर 2010 की अपनी पहली भारत यात्रा पर लिखे हैं। उन्होंने लिखा, जब वो मनमोहन सिंह से मिले थे, तब उन्होंने (मनमोहन सिंह) आशंका जाहिर की थी कि उन्हें आशंका है कि “मुस्लिम विरोधी भावनाएं बढ़ने से हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी बीजेपी का प्रभाव बढ़ रहा है।” तब बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी थी।
मनमोहन सिंह ने ओबामा से क्या कहा था – बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, मनमोहन सिंह ने कहा था, “मिस्टर प्रेसिडेंट, अनिश्चिता भरे समय में धार्मिक और जातीय एकजुटता का आह्वान लोगों को बहका सकता है। और ऐसे में राजनेताओं के लिए इसका दोहन ज्यादा मुश्किल नहीं होता, चाहे वो भारत में हो या फिर कहीं और हो।” ओबामा ने इस पर सहमति जताई थी। ओबामा ने कहा कि इससे उन्हें प्राग यात्रा के दौरान वेलवेट रेवोल्यूशन के बाद चेक गणराज्य के पहले राष्ट्रपति बने वात्स्लाफ हावेल से हुई बातचीत और यूरोप में उदारवाद की लहर आने की चेतावनी याद आ गई।