श्रीनगर: मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हथियार उठाने के लिए कश्मीर में युवाओं को उकसाने के लिए पाकिस्तान को आज आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी नीति बदलनी होगी और केंद्र से प्रायोगिक आधार पर लोगों का दिल जीतने की दिशा में शुरूआत के तौर पर चुनिंदा क्षेत्रों से आफस्पा हटाने का अनुरोध किया।
महबूबा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज जब कोई कश्मीरी बच्चा बंदूक उठाता है तो वो उन्हें नेता बताते हैं और कहते हैं कि वह अच्छा कर रहा है लेकिन जब उनका अपना बच्चा बंदूक उठाता है तो वो उसपर ड्रोन से हमला करते हैं और सैन्य अदालतों में उन्हें फांसी देते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पाकिस्तान ने इस बार ज्यादती की है। पाकिस्तान की तरफ कश्मीर की जनता सहानुभूति भरी नजरों से देखती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वो हमारे बच्चों को बंदूक उठाने के लिए उकसाते हैं और तब कहते हैं कि अगर आप मुठभेड़ में मारे जाते हैं तो आप हमारे नेता बनेंगे, तो मेरा मानना है कि उन्हें यह नीति बदलने की आवश्यकता है।’’ जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री एेसे दिन बोल रही थीं जब उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। सिंह ने घाटी में हालात का जायजा लिया। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में संघर्षों में 47 लोग मारे गए हैं और पांच हजार से अधिक नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं।