
हमास के हमले के बाद इजरायल ने अपने हाईटेक हथियारों, टैंकों और फाइटर जेट को मैदान में उतार दिया है। इजरायल ने अपने विनाशकारी शस्त्रागार को खोल दिया है। इजरायली एयरफोर्स गाजा पट्टी पर बमों की बारिश कर रही है। वहीं तीन लाख रिजर्व सैनिकों को भी इजरायल ने मैदान में उतार दिया है। 300 टैंक गाजा पट्टी की ओर मुंह करके खड़े हैं। हमास के हमले में 900 से ज्यादा इजरायली लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद सेना बदला लेने में लगी है। इजरायल ने हमले के बाद सोमवार तक 1000 टन से ज्यादा बम गाजा पर दागे, जिसके जरिए हमास के 2,400 हिस्सों को टार्गेट किया गया।
इजरायल भले ही छोटा देश हो, लेकिन उसके पास हथियारों का जखीरा है। इजरायल के पास अमेरिका का एफ-16 विमान, मर्कवा टैंक, युद्धपोत, आयरन डोम और जेरिको III परमाणु मिसाइलें हैं। एफ-16 गाजा के आसमान में हरपल उड़ रहे हैं। सदी की शुरुआत से ही इजरायल इन विमानों का इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि इजरायल ने इसमें अपने हिसाब से बदलाव किया, जिसके बाद यह F16 I बन गया। इस विमान को दुश्मन के रडार नहीं पकड़ सकते। फाइटर जेट 2172 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक जा सकता है।
मर्कवा टैंक – इजरायली डिफेंस फोर्स ने कई दशकों अपने टैंक को बेहतर बनाने में लगाए हैं। इन टैंकों को गाजा और इजरायल के संघर्षों को ध्यान में रखते हुए शहरी युद्ध के लिए डिजाइन किया गया है। मर्कवा टैंक इजरायली डिफेंस फोर्स की रीढ़ है। मर्कवा IV टैंक में 125 एमएम की तोप है, जो एंटी टैंक मिसाइल लॉन्च करने में भी सक्षम है। इसमें मशीन गन, स्मोक लॉन्चर और 60 एमएम के मोर्टार भी भी लगे हैं। इसे चलाने में 8 लोगों की जरूरत होती है।
इजरायल का युद्धपोत – इजरायल का एक हिस्सा लाल सागर से जुड़ा है। यहां से इजरायल की रक्षा करने का काम सार 6 श्रेणी के काव्रेट युद्धपोतों को सौंपा गया है। यह 2000 टन का जहाज है, जिस पर लगभग 20 आधुनिक सेंसर, हथियार और कम्युनिकेशन सिस्टम लगे हैं। यह युद्धपोत जमीन से हवा में मार करने वाली बराक-8 मिसाइल दाग सकता है। इसके साथ यह इजरायल की ओर बढ़ने वाले मिसाइल को भी पकड़ सकता है।
आयरन डोम – इसरायल के पास आयरन डोम सुरक्षा सिस्टम है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह हवा में ही रॉकेट को नष्ट कर देता है। फिलिस्तीन की ओर से आने वाले रॉकेट को यह साल 2011 से ही रोकता आ रहा है। आयरन डोम रॉकेट के पथ को देखकर यह समझ लेता है कि यह कहां गिरेगा। अगर कोई ऐसी जगह रॉकेट गिरने वाला हो जहां लोगों की जान जा सकती है तो एक मिसाइल उसे तुरंत नष्ट कर देगी।
जेरिको-3 मिसाइल – इजरायल को एक घातक ताकत बनाने में जेरिको तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सबसे बड़ा रोल है। 1970 के दशक में इसे बनाया गया था, लेकिन सेवा में 2011 में शामिल किया गया। कथित तौर पर यह मिडिल ईस्ट की सबसे उन्नत परमाणु मिसाइल है जो अमेरिका तक लक्ष्य कर सकती है। यह मिसाइल 4,800-6500 किमी की दूरी तर 750 किग्रा परमाणु हथियार ले जा सकती है।
Home / News / मर्कवा टैंक, आयरन डोम… इजरायल के पास हैं पांच सबसे घातक हथियार, टिक नहीं पाएगा हमास, जानें
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