
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश के पूर्ववती सैन्य तानाशाहों को जनता का चरित्र बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
हसीना ने कहा, “अतीत में लोग एक विचारधारा और नीति का अनुसरण करते हुए जीवन जीते थे, लेकिन सैन्य तानाशाहों ने अपनी सत्ता को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए लोगों के चरित्र को बिगाड़ दिया।”
हसीना गुरुवार को संसद में समापन भाषण दे रही थीं।
उन्होंने कहा कि सैन्य तानाशाहों ने उनके पिता और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की 1975 में हत्या किए जाने के बाद अपनी सत्ता को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए जनता के चरित्र को नष्ट कर समाज को प्रदूषित कर दिया।
हसीना ने कहा, “सत्ता हथियाने के बाद उन्होंने लोगों को सिखाया कि किस तरह भ्रष्टाचार किया जाए, काला धन अर्जित किया जाए, और कर्ज की अदायगी न की जाए। कुल मिलाकर उन्होंने अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए इस समाज को प्रदूषित कर दिया।”
उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार और अनियमितता देश में आम बात थी। “हम इससे उबरने की कोशिश कर रहे हैं।”
हसीना की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उपनेता प्रतिपक्ष गुलाम मुहम्मद कादर (पूर्व सैन्य शासक हुसैन मुहम्मद इर्शाद के भाई) सहित कई विपक्षी सांसदों ने स्वास्थ्य और वित्तीय क्षेत्र में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है।
बाग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा, “हम इन अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे, निश्चित रूप से नहीं। हम कार्रवाई कर रहे हैं, यह कोई मायने नहीं रखता कि वह कौन है। और यह जारी रहेगा।”
हसीना ने कहा, “हम कठिन समय में देश को आगे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह बात दुनिया भर के विभिन्न अध्ययनों में सामने आई है।
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