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गूंथते समय आटे में मिलाएं ये 4 चीजें, बड़ी से बड़ी बीमारी में दवा का काम करेगी एक-एक रोटी


रोटी न केवल पोषण प्रदान करती है, बल्कि कई बीमारियों के उपचार में भी सहायक हो सकती है। 4 ऐसे इंग्रीडिएंट्स के बारे में जानते है, जिन्हें आटे में मिलाने से रोटी दवाओं से भी ज्यादा असरदार हो सकती है।
कंट्रोल डायबिटीज, वेट लॉस और हेल्दी हार्ट के लिए कई दवाओं से ज्यादा घरेलू उपचार अपना प्रभावकारी असर दिखाते हैं। जिसमें से एक रोटी का सेवन भी है। रोटी हमारे भोजन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके सेवन से शरीर में सबसे ज्यादा ताकत और एनर्जी मिलती है।
क्या इसे मेडिसिनल तरीके से बनाया जाए तो यह न केवल पोषण प्रदान करती है बल्कि कई बीमारियों के उपचार में भी सहायक हो सकती है। इसके बारे में फिटनेस कोच दशमेश राव ने सोशल मीडिया पर अपना एक पोस्ट शेयर किया है।
उन्होंने बताया है कि आटे में कुछ खास इंग्रीडिएंट्स मिलाकर रोटी को और भी स्वास्थ्यवर्धक बनाया जा सकता है, जैसे कि मेथी, अजवाइन और अलसी। जो कि एक सूपरफूड की तरह हैं। यहां 4 ऐसे इंग्रीडिएंट्स दिए गए हैं, जिन्हें आटे में मिलाने से रोटी दवाओं से भी ज्यादा असरदार हो सकती है।
आटे में मिलाएं ये 4 इंग्रीडिएंट्स – रोटी को हेल्दी और बीमारियों के उपचार के लिए मेडिसिनल बनाना चाहते हैं , तो इसमें आप मेथी, अजवाइन, अलसी और सफेद तिल जरूर मिलाएं। इससे आप कभी बीमारी नहीं पड़ेंगे। इसके लिए आप इन चारों सामग्री को मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें और आटे गूथते समय मिलाएं। इन सभी को बराबर की मात्रा में लें। 5 से 6 रोटी में आटे में एक चम्मच पाउडर डालें।
रोटी में इन 4 इंग्रीडिएंट्स के फायदे – मेथी, सफेद तिल, अजवाइन और अलसी ये सभी सामाग्री एक सूपरफूड की तरह हैं और इनके फायदे भी अलग-अलग हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में :
मेथी के बीज – आटे में मेथी के बीज मिलाने के कई फायदे हैं। इसमें पाए वाले गुण जैसे कि सैपोनिन, 4.हाइड्रॉक्सी सॉल्यूशन नामक यौगिक, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, पाचन स्वास्थ्य को सुधारने और सूजन को कम करने में मददगार हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
अलसी के बीज- अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और पाचन में मदद करने के साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाती है।
अजवाइन – आयुर्वेद में कई बीमारियों के उपचार में अजवाइन का उपयोग किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। अजवाइन में थाइमोल नामक यौगिक होता है, जो पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ाता है और गैस व कब्ज की समस्या को कंट्रोल करता है। इसी के साथ ही अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करते हैं।
सफेद तिल – सफेद तिल का सेवन हड्डियों और हार्ट दोनों के लिए बहुत फायदेमंद है। सफेद तिल में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता हैं। इसके अलावा सफेद तिल में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।