
पाकिस्तान में कोरोना वायरस (coronavirus in pakistan) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उधऱ, डॉक्टरों ने चेताया है कि रमजान के लिए खोल दी गईं मस्जिदें कोरोना का स्रोत बनती जा रही हैं
पाकिस्तान की शीर्ष इस्लामी मेडिकल संस्था ने चेतावनी दी है कि मस्जिदें कोरोनो वायरस संक्रमण के लिए एक प्रमुख स्रोत बन रही हैं। संस्था ने लोगों से रमजान के दौरान घरों में ही नमाज अदा करने का आग्रह किया। संस्था की तरफ से यह चेतावनी तब दी गई है जब देश में रविवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 13,105 हो गई। पाकिस्तान में 9 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाई गई है लेकिन इमरान सरकार ने उलेमाओं के दबाव के कारण रमजान में मस्जिद खोलने की इजाजत दे दी है।
पाकिस्तान इस्लामिक मेडिकल असोसिएशन (पीआईएमए) के अध्यक्ष डॉ. इफ्तिखार बर्नी ने शनिवार को कहा, ‘मस्जिदें वायरस संक्रमण का एक प्रमुख स्रोत बन रही हैं।’ बर्नी ने पत्रकारों से कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान संक्रमित मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘एक महीने में कोरोनो वायरस के लगभग 6,000 मामले सामने आए है…लेकिन पिछले छह दिन में ये दोगुना हो गए हैं।’
उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले महीनों मई और जून में संक्रमण के मामले और तेजी से बढ़ेंगे। बर्नी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की आईसीयू में मरीजों की संख्या जबरदस्त तरीके से बढ़ रही है। पाकिस्तान सरकार ने कट्टर मौलवियों के आगे घुटने टेकते हुए रमजान के दौरान मस्जिदों में सशर्त नमाज अदा करने की अनुमति दी है। उलेमाओं के साथ 20 सूत्रों समझौता किया गया है। इमरान ने देशवासियों से हालांकि इस दौरान सोशल ़डिस्टेंसिंग फॉलो करने को कहा था और यह भी चेताया कि अगर इसका पालन न हुआ तो मस्जिद बंद कर दिए जाएंगे।
Home / News / पाकिस्तान में मस्जिदें कोरोना संक्रमण का स्रोत बन रही हैं, इमरान ने उलेमाओं से डर दी थी खोलने की इजाजत
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