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मस्क को एक दिन में दो झटके, नंबर एक रईस की कुर्सी गई और अब कोर्ट के लगाने पड़ेंगे चक्कर


टेस्ला, स्पेसएक्स और ट्विटर जैसी कई कंपनियों से सर्वेसर्वा एलन मस्क (Elon Musk) को सोमवार को दो तगड़े झटके लगे। उनके हाथ से दुनिया के सबसे बड़े रईस का ताज छिन गया है। सोमवार को टेस्ला के शेयरों में सात फीसदी से अधिक तेजी आई। इससे मस्क की नेटवर्थ में 17 अरब डॉलर से अधिक गिरावट आई और उनकी नेटवर्थ 200 अरब डॉलर से कम रह गई। ऐमजॉन के जेफ बेजोस अमीरी में उनसे आगे निकल गए हैं। मस्क को साथ ही एक और झटका लगा। ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल और तीन दूसरे अधिकारियों ने मस्क के खिलाफ 12.8 करोड़ डॉलर से अधिक का मुकदमा दायर किया है। इनमें अग्रवाल के अलावा ट्विटर के पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल, पूर्व लीगल चीफ ऑफिसर विजया गाड्डे और पूर्व जनरल काउंसिल सीन एडगेट शामिल हैं।
मस्क ने अक्टूबर 2022 में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर (अब एक्स) की कमान अपने हाथ में ली थी। यह डील 44 अरब डॉलर में पूरी हुई थी। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल और कई दूसरे टॉप अधिकारियों को बाहर कर दिया था। इनमें सीगल, गाड्डे और एडगेट शामिल थे। इन लोगों ने कोर्ट में अपनी याचिका में कहा है कि मस्क ने घोर लापरवाही का हवाला देते हुए उन्हें निकाल दिया था। वे विरोध करते हैं। इन लोगों का कहना है कि उनका ट्विटर यानी एक्स पर 12.8 करोड़ डॉलर का भुगतान बकाया है। कानूनी रूप से कंपनी यह पैसा देने के लिए बाध्य है। इसमें मुकदमेबाजी, जांच और संसद की इनक्वायरी से जुड़े खर्च शामिल हैं।
बड़े पैमाने पर छंटनी – ट्विटर की चीफ लीगल ऑफिसर रही विजया गाड्डे को संसद की सुनवाई में पेश होना पड़ा था। मस्क ने 2022 में ट्विटर के कंटेंट को लेकर ट्विटर फाइल्स जारी की थी। इसी मामले में गाड्डे की पेशी हुई थी। अग्रवाल, गाड्डे और सीगल का कहना था कि एग्रीमेंट्स के मुताबिक ट्विटर को उनके बिल का भुगतान करना था लेकिन कंपनी ने अब तक ऐसा नहीं किया। मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने के लिए अप्रैल 2022 में एक डील की थी लेकिन फिर वह इससे मुकर गए थे। ट्विटर ने जब कोर्ट में जाने की धमकी दी थी तब जाकर मस्क ने यह डील पूरी की। लेकिन कंपनी खरीदने के साथ ही उन्हें बड़े पैमाने पर छंटनी की थी।