Wednesday , August 6 2025 11:55 PM
Home / News / मुस्लिम देशों ने दिया इजरायल को झटका! ईरान के साथ हुई जंग तो इस बार किसका देंगे साथ, हो गया फैसला

मुस्लिम देशों ने दिया इजरायल को झटका! ईरान के साथ हुई जंग तो इस बार किसका देंगे साथ, हो गया फैसला


ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर सबसे बड़ा हमला किया था। इजरायल ने इसके जवाब में जोरदार हमले की चेतावनी दी है। इस बीच अरब देशों की दोहा में बैठक हुई है, जिसमें मध्य पूर्व में संघर्ष फैलने पर कौन किसके साथ होगा, इसे लेकर चर्चा हुई है। ये इजरायल के लिए अच्छी खबर नहीं है।
हिजबुल्लाह और ईरान से संघर्ष के बीच अब अरब देशों ने इजरायल को बड़ा झटका दिया है। इस सप्ताह दोहा में अरब देशों की बैठकें हुईं, जिसमें ईरान को ये भरोसा दिलाया गया कि वे तेहरान और इजरायल के बीच लड़ाई में तटस्थ बने रहेंगे। अरब देशों ने इस बात पर चिंता जताई की क्षेत्र में संघर्ष बढ़ने से उनकी तेल सुविधाओं को खतरा हो सकता है। इसे इजरायल के लिए झटके के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इसके पहले अप्रैल में ईरान के हमले समय अरब देशों ने इजरायल का साथ दिया था।
ईरान का इजरायल पर सबसे बड़ा हमला – समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दो सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। सूत्रों ने बताया कि कतर की तरफ से आयोजित एशियाई देशों की बैठक में हिस्सा लेने वाले खाड़ी के अरब देशों और ईरान के मंत्रियों ने आपसी बातचीत तनाव कम करने के इर्द-गिर्द केंद्रित की। ईरान ने इसी सप्ताह मंगलवार (1 अक्टूबर) को इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया था।
तेहरान ने इसे इजरायल के हमास और हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं की हत्या और गाजा व लेबनान में इजरायली अभियानों को बदला बताया था। शुक्रवार 4 अक्टूबर को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपने खुतबे में इजरायल पर मिसाइल हमले को ‘सबसे कम सजा’ बताया।
इजरायल की जवाबी कार्रवाई की धमकी – हालांकि, तेहरान ने कहा है कि उसका हमला खत्म कर चुका है लेकिन अगर इजरायल ने उकसावे वाली कार्रवाई की तो फिर से निशाना बनाया जाएगा। वहीं, इजरायल ने ईरानी हमले का जोरदार जवाब देने का वादा किया है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल जवाबी कार्रवाई में ईरान के अंदर तेल उत्पादन सुविधाओं को निशाना बना सकता है।
रॉयटर्स ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि इस समय हो रही सभी चर्चाओं में तनाव कम करने का मुद्दा सबसे ऊपर है। हालांकि, ईरान ने खाड़ी के तेल सुविधाओं पर हमला करने की धमकी नहीं दी है लेकिन उसने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल के समर्थन में सीधा हस्तक्षेप किया गया तो क्षेत्र में उनके हितों को निशाना बनाया जाएगा।