
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने रविवार को कहा कि अमेरिकी डाक सेवा को लेकर चल रहे संकट के बीच वह सदन का सत्र दोबारा बुला रही हैं। पेलोसी सांसदों को मिलने वाले ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को बीच में ही रोक कर मतदान करवाएंगी और यह शनिवार को हो सकता है। दरअसल, इस बात की चिंता जतायी जा रही है कि ट्रंप के नेतृत्व में व्हाइट हाउस चुनाव से पहले डाक एजेंसी की भूमिका को कमतर करने के प्रयास कर रहा है। यह मतदान डाक सेवा में ट्रंप प्रशासन द्वारा किए गए बदलावों को रोकने के लिए होगा।
नए पोस्टमास्टर जनरल लुईस डीजॉय के डाक में विलंब, नए शुल्क एवं सेवाओं में कटौती करने के कदमों की देशभर में आलोचना हुई थी। ये कदम तब उठाए गए हैं जब लाखों अमेरिकी लोग कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डाक के जरिए मतदान करने के प्रयास में हैं । पेलोसी ने सहयोगियों को इस बारे में एक पत्र भेजा, इसमें उन्होंने लिखा, ‘‘महामारी के दौर में चुनाव के केंद्र में डाक सेवा है।” उन्होंने आगे लिखा, ‘‘जीवन, आजीविका और अमेरिकी लोकतंत्र को राष्ट्रपति से खतरा है।”
सदन बुलाने का फैसला सप्ताहांत में हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। रविवार को डेमोक्रेट सांसदों ने मांग की थी कि डाक सेवा के प्रमुख पदाधिकारी डाक में देरी के संबंध में 24 अगस्त को होने वाली आपात सुनवाई में गवाही दें। सदन की निरीक्षण एवं सुधार समिति ने कहा कि वह डीजॉय एवं डाक सेवा बोर्ड ऑफ गवनर्स के अध्यक्ष रॉबर्ट डनकैन का पक्ष सुनना चाहती है। डाक सेवा ने अक्टूबर मध्य से क्रिसमस तक अस्थायी तौर पर चुनावपूर्व दरें बढ़ाने का अनुरोध किया है। बहरीन के सुपरमॉर्केट में बुर्का पहनी महिला द्वारा भगवान गणेश की मूर्तियां तोड़ने का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। घटना को लेकर हिंदू समुदाय में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। वीडियो बहरीन की राजधानी मनामा के जाफेयर मार्केट की है जहां बुर्के में खरीदारी कर रही दो महिलाओं ने जमकर उत्पात मचाया।
वीडियो में देखा जा सकता है कि दो महिलाएं बुर्का पहने सुपरमार्केट के गलियारे में खड़ी हैं। इस दौरान वे रैक पर हिंदू उत्सव गणेश चतुर्थी के लिए भगवान गणपति की मूर्तियां देख कर भड़क जाती हैं । इनमें से एक महिला मूर्तियों को उठाया और उन्हें एक-एक करके फर्श पर फेंकना शुरू कर दिया, जिसके बाद मूर्तियाँ टुकड़ों में बिखर गईं। जबकि दूसरी महिला अपने मोबाइल फोन पर इस घटना को रिकॉर्ड करती रही। महिला को अरबी में सुपरमॉर्केट के एक कर्मचारी पर चिल्लाते हुए सुना जा सकता है।
महिला ने मुस्लिम देश में बेची जा रही गणपति की मूर्तियों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह मोहम्मद बिन ईसा का देश है, क्या आपको लगता है कि उन्होंने इसे मंजूरी दी है? जिसके बाद दुकान का कर्मचारी कहता है कि हम मानते हैं कि यह मुस्लिम देश है। इस पर दूसरी महिला कहती है कि हम देखते हैं कि इन मूर्तियों की पूजा कौन करेगा। पुलिस को बुलाओ। बहरीन एक मुस्लिम देश है, जहां इस्लाम को मानने वाले बहुसंख्यक हैं।
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