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नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा बनेगा युद्ध रोकने में मददगार… संयुक्‍त राष्‍ट्र प्रमुख को भारतीय पीएम की यात्रा से बड़ी उम्मीद


नरेंद्र मोदी पोलैंड की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद यूक्रेन पहुंचे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी करीब 10 घंटे की ट्रेन यात्रा करते हुए पोलैंड से यूक्रेन पहुंचे हैं। मोदी ने करीब डेढ़ महीने पहले रूस की यात्रा की थी, इसके बाद अब वह यूक्रेन के दौरे पर गए हैं। इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूक्रेन दौरे से बड़ी उम्मीद लगाई है। यूएन चीफ को उम्मीद है मोदी की ये यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने में मददगार साबित होगी। यूएन चीफ के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मोदी की यूक्रेन यात्रा पर हुए सवाल के जवाब में गुरुवार को ये बात कही। उन्होंने कहा, ‘हमने कई राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों को इस क्षेत्र की यात्रा करते देखा है। हमें उम्मीद है कि ये सभी यात्राएं हमें करीब लाएंगी और यूएन के प्रस्तावों, अंतरराष्ट्रीय कानून और क्षेत्रीय अखंडता के अनुरूप इस संघर्ष का अंत होगा।’ महासभा ने कम से कम तीन प्रस्तावों में रूसी आक्रमण को रोकने और एक अलग प्रस्ताव में यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर हमलों को रोकने की मांग की है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंच रहे हैं, जहां उनकी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करनी है। उनकी ये यात्रा उनकी रूस यात्रा के करीब डेढ़ महीने बाद हो रही है। रूस में भी उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की थी। उम्मीद की जा रही है कि जेलेंस्की से भी वह युद्ध के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। नरेंद्र मोदी का ये दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि रूस के हमले के बाद से नाटो देशों के अलावा किसी अन्य देश के नेता ने यूक्रेन का दौरा नहीं किया है।
बातचीत से हल पर जोर दे रहा है भारत – भारत की ओर से रूस-यूक्रेन मुद्दे का बातचीत के जरिए हल निकालने का जोर दिया है। नरेंद्र मोदी की मॉस्को यात्रा के बाद भारत-रूस की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया था कि दोनों नेताओं ने बातचीत और कूटनीति के जरिएसे यूक्रेन के आसपास संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की अनिवार्यता पर जोर दिया है। भारत ने हालांकि संयुक्त राष्ट्र में रूस के आक्रमण की निंदा पर आए प्रस्ताव से दूरी बनाई है और तटस्थता का परिचय दिया है।
फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कई बार फोन पर बात की है। इसी साल मार्च में मोदी ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में कहा था कि उन्होंने शांति के सभी प्रयासों और चल रहे संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने के लिए भारत के निरंतर समर्थन से अवगत कराया। भारत हमारे जन-केंद्रित दृष्टिकोण द्वारा निर्देशित मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।