अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने कहा कि उसने उम्मीद से कुछ महीने पहले ही अपने खोए हुए वॉयजर-2 प्रोब के साथ पूरी तरह संपर्क स्थापित कर लिया है। 1977 में गहरे अंतरिक्ष की खोज के लिए भेजे गए स्पेसक्राफ्ट को जुलाई में एक गलत कमांड चली गई थी जिससे उसकी स्थिति बदल गई थी और संपर्क टूट गया था। मंगलवार को वैज्ञानिकों को एक ‘हार्टबीट’ सिग्नल मिला था। एक शक्तिशाली कमांड ‘इंटरस्टेलर शाउट’ के चलते अब इसका एंटीना वापस पृथ्वी की ओर मुड़ गया है। नासा को मूल रूप से अंतरिक्ष यान के अक्टूबर में खुद को रीसेट करने की उम्मीद थी।
मिशन कंट्रोलर्स को यह पता लगाने में 37 घंटे लग गए कि क्या इंटरस्टेलर कमांड ने काम किया क्योंकि वॉयजर-2 पृथ्वी से अरबों किमी दूर मौजूद है। वॉयजर प्रोजेक्ट मैनेजर सुज़ैन डोड ने एएफपी को बताया कि कर्मचारियों ने अंतरिक्ष यान को मैसेज भेजने के लिए ‘सबसे पावरफुल ट्रांसमीटर’ का इस्तेमाल किया। साथ ही इसे ‘सबसे अच्छी परिस्थितियों’ के दौरान भेजने का समय निर्धारित किया गया ताकि एंटीना कमांड के साथ लाइन्ड अप हो जाए।
सामान्य रूप से काम कर रहा वॉयजर – संपर्क खो जाने के बाद, स्पेसक्राफ्ट नासा के डीप स्पेस नेटवर्क से कमांड रिसीव करने या डेटा वापस भेजने में असमर्थ हो गया था। लेकिन स्पेस एजेंसी ने 4 अगस्त को पुष्टि की कि अंतरिक्ष यान से डेटा प्राप्त हो गया है और यह सामान्य रूप से काम कर रहा है। नासा को उम्मीद है कि वैज्ञानिक उपकरणों से लदा अंतरिक्ष यान ब्रह्मांड में अपने नियोजित पथ पर बना रहेगा। सोमवार को स्पेस एजेंसी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में उसका विशालकाय एंटीना वॉयजर-2 से किसी भी सिग्नल का पता लगाने की कोशिश कर रहा है।
हर साल कई बार रीसेट होता है स्पेसक्राफ्ट – इस दौरान वैज्ञानिकों ने पहला ‘हार्टबीट’ सिग्नल सुना था। वॉयजर के मिशनों को मैनेज करने वाली नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने कहा कि एंटीना किसी तरह संपर्क स्थापित करने की उम्मीद में, सही कमांड के साथ वॉयजर-2 के क्षेत्र पर ‘बमबारी’ कर रहा था। प्रोब को अपने एंटीना को पृथ्वी की ओर मोड़े रखने के लिए प्रत्येक वर्ष कई बार अपनी स्थिति को रीसेट करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। अगला रीसेट 15 अक्टूबर को होने वाला है, जिस पर नासा की सभी उम्मीदें टिकी हुई थीं, अगर बाकी सभी प्रयास विफल हो गए थे।
Home / News / नासा ने खोज निकाला अंतरिक्ष में खोया हुआ स्पेसक्राफ्ट, वॉयजर-2 प्रोब के साथ दोबारा बन गया कनेक्शन