
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के भ्रष्टाचार निरोधक संगठन ने अपदस्थ पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भाई शाहबाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला शुरू करने को अपनी मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) अध्यक्ष जावेद इकबाल ने कल कार्यकारी बोर्ड की बैठक के दौरान कल यह मंजूरी दी। नैब अधिकारियों ने बताया कि यह मामला वर्ष 2000 में रायविंद से शरीफ के गृह नगर जटी उमरा तक सड़क के निर्माण कार्य के कारण राजकोष को हुए 12 करोड़ रुपए के कथित नुकसान से संबंधित है।
शरीफ बंधुओं ने इन ताजा आरोपों पर टिप्पणी नहीं की है। नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज, दामाद मुहम्मद सफदर और बेटे हसन और हुसैन पहले ही नैब के तीन मामलों का सामना कर रहे हैं। ये मामले 28 जुलाई को पनामा पेपर्स को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश पर दर्ज किये गए थे। इस फैसले के कारण शरीफ को प्रधानमंत्री पद छोडऩा पड़ा था। हालांकि ताजा मामले से शरीफ परिवार को और झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ का नाम भी शामिल है, जिन्हें अगले साल के चुनावों में नवाज की पीएमएल-एन पार्टी के जीत हासिल करने की स्थिति में अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जा रहा था।
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री रजा परवेज अशरफ के खिलाफ भी जांच करने का फैसला किया गया। उन पर आरोप है कि वर्ष 2008-11 के बीच जल और ऊर्जा मंत्री के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने एक अहम ऊर्जा परियोजना को विलंबित कर दिया, जिस कारण राजकोष को 113 अरब रुपये का नुकसान हुआ। नैब एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के कथित भ्रष्टाचार की भी जांच करेगी। उन्हें 2012 में पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने अयोग्य घोषित कर दिया था।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website