भारत और पाकिस्तान के बीच 7-10 मई तक हुए भीषण सैन्य संघर्ष के बाद दोनों देश अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। खासतौर से हवाई ताकत बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
भारत के साथ इस साल 7-10 मई तक हुए सैन्य संघर्ष के बाद पाकिस्तान अपनी मिलिट्री ताकत बढ़ा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हमलों के सामना करने में नाकाम रहा पाकिस्तान भविष्य में ऐसी स्थिति से बचना चाहता है। ऐसे में पाक आर्मी नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। अभी तक पाकिस्तानी मीडिया में बताया जा रहा था कि पाक आर्मी अपने एयर डिफेंस को मजबूत करने और चीन से लड़ाकू विमानों की खरीद बढ़ाने पर काम कर रही है। अब सामने आया है कि पाकिस्तानी आर्मी एक अदृश्य नेटवर्क बनाने पर काम कर रही है।
पाकिस्तान की डिफेंस वेबसाइट quwa ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि पाक आर्मी की अगली बड़ी सैन्य परियोजना लड़ाकू विमान के इर्दगिर्द नहीं है बल्कि यह एक अदृश्य नेटवर्क बनाने पर है। रिपोर्ट कहती है कि वायु शक्ति का भविष्य केवल लड़ाकू विमान की रफ्तार, तकनीक और हथियार ले जाने की क्षमता पर निर्भर नहीं है। इससे ज्यादा महत्वपूर्ण खतरे को समय रहते भांपना और पहले कार्रवाई करने की क्षमता है।
अनदेखा रक्षा नेटवर्क – रिपोर्ट कहती है कि पाक आर्मी का ध्यान एक अनदेखा रक्षा नेटवर्क बनाने पर है, जिससे हवाई रक्षा मजबूत करने में मदद मिलेगी। हालांकि सैन्य योजनाकारों के लिए यह बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। युद्ध के समय सेना का सहजता से संवाद और सहयोग करना आसान नहीं होगा, जब इलेक्ट्रोमैग्नेट स्ट्राइक कभी भी चौंका सकती है। यह आधुनिक वायु युद्ध का सबसे अहम तनाव है।
Home / News / चीनी J-35 फाइटर जेट नहीं, ‘अदृश्य हथियार’ पर काम कर रही पाकिस्तानी एयरफोर्स, सामने आया मुनीर का सबसे खतरनाक प्लान