
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ मंगलवार को काबुल का दौरा करने वाले थे। इस बाबत अफगानिस्तान में लगातार पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हो रहे थे। सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान ने युसूफ का दौरा रद्द कर दिया। उधर तालिबान ने विरोध प्रदर्शनों के आयोजक को गिरफ्तार कर लिया है। अजीम अजीमी नाम के इस शख्स को तालिबान खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। काबुल में पाकिस्तान दूतावास ने मोईद युसूफ के दौरे के स्थगित होने की पुष्टि की है।
तालिबान का आरोप है कि मानवाधिकार कार्यकर्ता अजीम अजीमी ने मोईद युसूफ की काबुल यात्रा से पहले पाकिस्तान विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया था। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग अजीम अजीमी का समर्थन कर रहे हैं। लोगों पूछ रहे हैं कि अजीम अजीमी ने अफगान की आम जनता के खिलाफ पाकिस्तान-तालिबान आतंक के विरोध में प्रदर्शन का आयोजन किया था। तालिबान विरोध प्रदर्शनों से इतना डरता क्यों है?
मानवाधिकार कार्यकर्ता को अज्ञात जगह पर ले गया तालिबान : कुछ यूजर्स ने दावा किया कि तालिबान अजीम अजीमी को गिरफ्तार करके अज्ञात जगह पर ले गया है। लोग लगातार वैश्विक स्तर पर तालिबान के अत्याचारों का खुलासा करके अजीम को बचाने की अपील कर रहे हैं। इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ की अगुवाई में एक अंतर-मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को अफगानिस्तान के साथ लगती सीमा पर बाड़ लगाने के मुद्दे पर तालिबान के साथ विचार-विमर्श करेगा और युद्धग्रस्त देश की मानवीय जरूरतों का जायजा लेगा।
18 और 19 जनवरी को करने वाले थे काबुल की यात्रा : पाकिस्तानी मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई थी। अधिकारियों ने डॉन अखबार को बताया कि 18 से 19 जनवरी तक की अपनी यात्रा के दौरान यूसुफ अफगानिस्तान को मानवीय सहायता देने के तरीकों पर चर्चा करेंगे, जो संयुक्त राष्ट्र की आवश्यकताओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की आवश्यकताओं के अनुरूप होंगे। संयुक्त राष्ट्र ने भी अफगानिस्तान पर चिंता जाहिर की थी। यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने विगत 13 जनवरी को कहा था कि लाखों अफगान नागरिक ‘मृत्यु के कगार पर’ हैं।
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