दुनियाभर में भू-राजनैतिक तनाव बढऩे के साथ-साथ पिछले साल के दौरान कई देशों, खासतौर चीन के परमाणु आयुधों में बढ़ौतरी हुई और अन्य परमाणु ताकतों ने अपने हथियारों का आधुनिकीकरण जारी रखा। इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टीच्यूट (एस.आई.पी.आर.आई.) के निदेशक डैन स्मिथ ने कहा कि हम उस वक्त के नजदीक पहुंच गए हैं या संभवत: वहां तक पहुंच चुके हैं, जब लम्बे अर्से से दुनियाभर में परमाणु हथियारों की तादाद कम हो रही थी।
एस.आई.पी.आर.आई. के मुताबिक 9 परमाणु शक्तियों-ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, भारत, इसराईल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस और संयुक्त राज्य अमरीका के पास परमाणु हथियारों की कुल तादाद वर्ष 2023 की शुरुआत में 12,512 रह गई थी जबकि 2022 की शुरूआत में यह 12,710 थी। चीन के स्टॉकपाइल में 350 से बढ़कर 410 हथियार हो गए, पाक के पास 165 से बढ़कर 170 हथियार हैं। भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने भी अपने स्टॉकपाइल में बढ़ौतरी की और रूस में स्टॉकपाइल 4477 से बढ़कर 4489 हो गया, जबकि शेष परमाणु शक्तियों ने अपने स्टॉकपाइल के आकार को पहले की तादाद पर ही बरकरार रखा।