Tuesday , July 1 2025 2:28 PM
Home / Lifestyle / खुद के मां-बाप ने नहीं दी अच्‍छी परवरिश, अब आगे की जिंदगी से कैसे करें डील?

खुद के मां-बाप ने नहीं दी अच्‍छी परवरिश, अब आगे की जिंदगी से कैसे करें डील?

लोग अपनी जिंदगी की कमियों और खामियों को ढकने की कोशिश में लगे रहते हैं। आप उसे जितना छिपाते हैं, उतना ही ज्‍यादा आपको बुरा महसूस होता है। समस्या को स्वीकार करने से आपको शक्ति और आत्मविश्वास मिलता है, जो इसके साथ आने वाले तनाव को कम करता है। यह दर्द से राहत प्रदान करता है और मुकाबला करने का एक रचनात्मक तरीका है। भले ही सभी के लिए अपने माता-पिता का साथ मिलना अच्‍छा होता है लेकिन, हमेशा और हर किसी के लिए ऐसा नहीं होता है। अपने माता-पिता के साथ अपने रिश्ते में शांति महसूस करने की आपकी क्षमता इस बात पर निर्भर करेगी कि आप इसे कितनी जल्दी स्वीकार कर सकते हैं।
उनकी अच्‍छाईयों को देखें – आपके पैरेंट्स आपको सपोर्ट करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं, इसके बावजूद आप देखें कि उनमें कौन-सी अच्‍छी बातें और आदतें हैं। क्या उन्होंने आपकी उस कार की मरम्मत में मदद की या आपको स्कूल से रोज लाने में मदद की? आप उन चीजों पर ध्‍यान दें, जो आपको अपने माता-पिता के करीब ला सकती हैं ना कि उनसे दूर लेकर जा सकती हैं।
बच्चों के गुस्से को कंट्रोल करने का सही तरीका –
दुख को दबाने की कोशिश ना करें – जब आप बच्चे थे तब आप अपने माता-पिता से जो चाहते थे वह नहीं मिलने का दुख आपको जीवन भर परेशान कर सकता है। उस अनुभव के लिए रोएं, जो आप बहुत दिल से चाहते थे। आपके पैरेंट्स जो आपके लिए नहीं कर पाए, उसके लिए आप उन पर अपना गुस्‍सा निकाल सकते हैं लेकिन इन बातों को अपने मन के अंदर दबाकर ना बैठें।
अपनी परफेक्‍ट फैमिली बनाएं – आपकी लाइफ में फैमिली को लेकर जो टॉक्सिसिटी थी, उसे अपने बच्‍चों की लाइफ में ना आने दें और कोशिश करें जिस तरह की फैमिली आप अपने लिए बचपन में चाहते थे, वो फैमिली अपने बच्‍चों को दें। इस तरह आपके मन से थोड़ा दुख कम हो सकता है और आपके मन का बोझ भी उतर सकता है। आप अपनी फैमिली और बच्‍चों में अपने बचपन को दोबारा जी सकते हैं।
जीने की कोशिश करें – अपने मन में नेगेटिव विचार लाने की बजाय आपको ये सोचना चाहिए कि आप किस तरह से अपनी जिंदगी को एक नई और बेहतर राह पर लेकर जा सकते हैं। आप पुरानी और तकलीफ देने वाली बातों को अपने मन से लगाकर ना रखें बल्कि उनका बोझ अपने दिल से उतारने की कोशिश करें। इससे आप धीरे-धीरे इस तकलीफ से बाहर निकलते जाएंगे और अपनी जिंदगी में बेहतर महसूस कर पाएंगे।
दोस्‍त बनाएं- दोस्‍त हर तकलीफ की दवा बन सकते हैं। अपने आसपास ऐसे लोगों को रखें जो आपकी तकलीफ को समझकर उसे दूर करने की कोशिश करें। दोस्‍तों का साथ आपकी काफी तकलीफ को कम कर सकता है। इसलिए ऐसे दोस्‍त बनाएं जो आपके दर्द की दवा बन सकते हैं।