
पाकिस्तान में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस्लामिक प्रचारक तबलीगी जमात के 27 सदस्यों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। रायविंड के तबलीगी मरकज सेंटर में 35 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी। संदेह था कि रायविंड रोड स्थित तबलीगी मरकज (प्रचार केंद्र) और विभिन्न मस्जिदों से कोरोना वायरस जगह-जगह फैला। इसके बाद ही स्थानीय प्रशासन ने तबलीगी के कई प्रचारकों को हिरासत में लेकर क्वारंटीन किया था।
उल्लेखनीय है कि भारत में भी तबलीगी मरकज के प्रचारक मुस्लिमों को सबसे बड़े शिक्षण संस्थान देवबंद आए थे जिसके बाद वहां के कई स्टूडेंट्स को निगरानी में रखा गया है। ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब क्वारंटीन सेंटर में सबका टेस्ट किया जा रहा था तो उनमें से एक प्रचारक ने पुलिस पर चाकू से हमला कर दिया और भागने की कोशिश की। करीब 1200 तबलीगी जमात के प्रचारक 5 दिन के सम्मेलन में हिस्सा ले रहे थे जिनमें 500 विदेशी भी शामिल थे। इसके पहले फरवरी में प्रचार के लिए उन्होंने कई टीमें बनाई थीं।
पंजाब सरकार ने आयोजकों से अपील की थी कि वह इस सम्मेलन को रद्द कर दें, लेकिन उन्होंने सरकार की नहीं सुनी। हालांकि, बाद में उन्होंने मन बदल लिया और इसके बाद ही प्रांत में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। इन सभी प्रचारकों को ऑफिसर्स कॉलोनी के स्कूल में क्वारंटीन किया गया है। फरवरी में तबलीगी जमात ने प्रचार के लिए 11 ग्रुप गठित किए गए थे जो कि कसुर, चुनियान और पटोकी में प्रचार करने पहुंचे थे। उधर, यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के स्थानीय प्रेजिडेंट डॉ.ताहिर शाहीन का कहना है कि प्रचारकों की क्वारंटीन सेंटर में निगरानी की जा रही है।
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