Monday , June 30 2025 9:22 PM
Home / News / भारत से युद्ध लड़ सकने की हालत में नहीं है पाकिस्तान, मुल्ला मुनीर ने देश कैसे देश को फंसा दिया, एक्सपर्ट से समझें

भारत से युद्ध लड़ सकने की हालत में नहीं है पाकिस्तान, मुल्ला मुनीर ने देश कैसे देश को फंसा दिया, एक्सपर्ट से समझें


पहलगाम हमले के बाद अब पाकिस्तान भारत के हाथों बुरी तरह से पिट रहा है। इस बीच उसने भारत के खिलाफ ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस शुरू करने का ऐलान किया है। लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि पाकिस्तान बुरी तरह से फंस गया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच ताजा संघर्ष अब पूर्ण यु्द्ध की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है। पहलगाम में आतंकी हमला करने वाला पाकिस्तान अब भारत के हाथों बुरी तरह पिट रहा है। शनिवार को पाकिस्तान में रावलपिंड़ी के पास नूर खान एयरबेस, चकवाल में मुरीद एयरबेस और झांग जिले में रफीकी एयरबेस के पास धमाके सुने गए। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारत ने उसके तीन एयरबेस को मिसाइल से निशाना बनाया है। सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार देर रात पाकिस्तान के असफल ड्रोन हमलों के जवाब में भारतीय वायुसेना ने रावलपिंडी समेत पाकिस्तान के अहम एयरबेस को टारगेट किया। भारत के हाथों पिट रहे पाकिस्तान ने अब भारत के खिलाफ ऑपरेशन बुनयान-उल-मरसूस शुरू करने की घोषणा की है। इस बीच रिपोर्ट है कि पाकिस्तान ने फतेह-1 मिसाइल दागी, जिसे भारत ने आसमान में ही उड़ा दिया है।
भारत के साथ ये संघर्ष पाकिस्तान को बहुत भारी पड़ने वाला है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के लिए इससे बुरा समय नहीं आ सकता है। खासतौर पर जब इसकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह बाहर से मिलने वाली भीख पर टिकी हुई है। पाकिस्तान पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के सामने लोन के लिए गिड़गिड़ा रहा था, जिसे एक दिन पहले ही मंजूरी मिली है। लेकिन युद्ध के बादल ने पाकिस्तान के लिए चीजों को जटिल बना दिया है।
आर्थिक रूप से अस्थिर हो सकता है पाकिस्तान – पाकिस्तान के सामने विदेशी मुद्रा का संकट बना हुआ है, तो मुद्रास्फीति में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। एशियाई विकास बैंक (ADB) के अनुसार, साल 2024 में पाकिस्तान ने 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और 2025 में 3% वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है। एडीबी ने उम्मीद लगाई थी कि इस साल सुधार उपायों, आर्थिक स्थिरता और स्थिर विदेश मुद्रा बाजार से निजी क्षेत्र के निवेश में उछाल होगा, लेकिन अब वह गणित गड़बड़ा गया है।
पाकिस्तानी रुपया गिर रहा है और शेयरों में भारी गिरावट आई है। ऐसे में संघर्ष के खतरे के बीच नए निवेशक पाकिस्तान का रुख कतई नहीं करेंगे। संघर्ष के बढ़ने से वित्त को व्यवस्थित करने के प्रयासों पर भी असर पड़ेगा, जिससे पाकिस्तान आर्थिक अस्थिरता की ओर बढ़ सकता है।
पाकिस्तानी सेना के खिलाफ कई मोर्चे – इसके अलावा पाकिस्तानी सेना को भारत के अलावा देश के अंदर भी दो मोर्चों पर लड़ना होगा। पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में जंग छिड़ी हुई है। बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक दिन पहले ही क्वेटा में पाकिस्तानी सेन पर हमला बोलकर उसकी कई पोस्ट पर कब्जा कर लिया था। बलोच लड़ाके लगातार पाकिस्तानी सेना पर हमला कर रहे हैं। इसके अलावा खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी हमले तेज कर दिए हैं। टीटीपी ने केपी के अफगानिस्तान से सटे इलाकों में छोटे-छोटे इलाकों पर पूरा कब्जा जमा रखा है और अपनी सरकार चला रहा है।