Saturday , August 9 2025 12:55 AM
Home / News / पाकिस्‍तान की ISI ने तैयार किया ‘नया’ दाऊद इब्राहिम, कराची का गुंडा हाजी सलीम अब अंडरवर्ल्‍ड डॉन का फेवरिट

पाकिस्‍तान की ISI ने तैयार किया ‘नया’ दाऊद इब्राहिम, कराची का गुंडा हाजी सलीम अब अंडरवर्ल्‍ड डॉन का फेवरिट


हाजी सलीम, रविवार से ही यह नाम खूब चर्चा में है और यह नाम है पाकिस्‍तान में मौजूद गैंगस्‍टर हाजी सलीम का। हाजी सलीम के बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि वह इस समय खत्‍म हो चुके संगठन लिब्रेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम को फिर से जिंदा करने की कोशिशों में लग गया है। एक और बात जो इस गैंगस्‍टर से जुड़ी है, वह है अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ उसका गहरा कनेक्‍शन होना। कराची में रहने वाला यह गैंगस्‍टर इस समय डॉन के लिए काम कर रहा है। वह डॉन के कई अरब वाले ड्रग्‍स नेटवर्क का मास्‍टरमाइंड है और इसे संभाल रहा है। जानिए कौन है यह गैंगस्‍टर और क्‍यों यह अब यह बड़ा खतरा बन चुका है।
हाजी सलीम हिंद महासागर में दाऊद के नेटवर्क को संभाल रहा है। कराची के इस गैंगस्‍टर को कई बार दाऊद के क्लिफटन रोड वाले घर पर देखा गया है। कहा जा रहा है ड्रग्‍स के धंधे और इसकी स्‍मगलिंग के लिए दोनों ही एक-दूसरे के नेटवर्क का प्रयोग करते हैं। हाजी को पाकिस्‍तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई का भी भारी समर्थन हासिल है। हाजी जिस लिट्टे को फिर से जिंदा करने की कोशिशों में लगा है, साल 2009 में श्रीलंका की मिलिट्री ने उस संगठन को खत्‍म हुआ घोषित कर दिया था।
24 घंटे रहता है सिक्‍योरिटी में – सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भले ही सन् 1990 के दशक के अंत में भारतीय एजेंसियों ने डी-कंपनी के नेटवर्क को खत्म कर दिया था, लेकिन यह संभव है कि उसके पुराने संपर्क सलीम के गुर्गों के साथ काम कर रहे हों। अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद समुद्री और भूमि मार्ग के माध्यम से नशीली दवाओं का व्यापार बढ़ गया है। इस वजह से ही इस बात की आशंका जताई गई है। कराची में दाऊद के घर पर उसे कई बार देखा गया है। कहा जाता है कि 24 घंटे हथियारों से लैस सिक्‍योरिटी गार्ड उसकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
लश्‍कर और आईएसआई का फेवरिट- सलीम, आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम करता है। भारत, मालदीव, श्रीलंका और कुछ मीडिल ईस्‍ट देशों में वह स्‍मगलिंग को अंजाम दे रहा है। सलीम के गुर्गे बलूचिस्तान में कई सीक्रेट लैब्‍स को ऑपरेट कर रहे हैं। इन लैब्‍स में अफगानिस्तान से आने वाली हेरोइन के पैकेटों पर ‘555’, ‘999’, ‘यूनिकॉर्न’ और ‘ड्रैगन’ जैसे कई प्रतीकों या ऐसे कई लेबल लगाए जाते हैं। भारत में 70 फीसदी मादक पदार्थ समुद्री मार्गों से आते हैं। सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक अधिकांश खेप के पीछे सलीम का ही नेटवर्क है।
दाऊद की तरह करता है काम – कुछ अधिकारियों के मुताबिक सलीम के करीबी उसी मॉड्स ऑपरेंडी का प्रयोग कर रहे हैं जो सन् 1990 के दशक में डी कंपनी करती थी। इसके तहत समुद्र के बीच में बड़े जहाज से छोटी मछली पकड़ने वाली नौकाओं और नावों तक तस्करी का आदान-प्रदान किया जाता था। साल 2015 के बाद से ही हाजी सलीम एक बड़े ड्रग माफिया के तौर पर उभरा है। हाजी सलीम समुद्र के रास्ते ड्रग्स की तस्करी में माहिर है और उसने अरब सागर में अच्छा नेटवर्क बना लिया है।