बच्चों को लेकर पैरेंट्स को अब दो चीजों की चिंता सताने लगी है और वो हैं सोशल मीडिया और इंटरनेट का बच्चों की जिंदगी पर पड़ रहा असर। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन हेल्थ सी.एस मोट चिल्ड्रेंस हॉस्पीटल नेशनल ऑन चिल्ड्रेंस हेल्थ के अनुसार ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चे की सेहत में उसके मानसिक स्वास्थ्य और समस्याओं को लेकर चिंता में रहते हैं। अमेरिका में पैरेंट्स को अपने बच्चे की मेंटल हेल्थ और उनके टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने को लेकर स्ट्रेस काफी बढ़ गया है। पहले माता-पिता को बच्चे में बढ़ते हुए मोटापे की टेंशन रहती थी लेकिन अब इसकी जगह इंटरनेश और सोशल मीडिया के प्रभाव ने ले ली है।
माता-पिता अभी भी अनहेल्दी खाने और मोटापे सहित शारीरिक स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित करने वाली समस्याओं पर ध्यान दे रहे हैं लेकिन आपको बता दें कि मानसिक स्वास्थ्य, सोशल मीडिया और स्क्रीन टाइम को लेकर अब पैरेंट्स ज्यादा स्ट्रेस में आ गए हैं।
नेशनल रिप्रेंसटेटिव पोल के अनुसार, दो-तिहाई माता-पिता बच्चों के डिवाइस पर बिताए गए समय में बढ़ोत्तरी को लेकर चिंता में हैं। इसमें बच्चों का स्क्रीन टाइम और सोशल मीडिया पर समय बिताना शामिल है। हम सभी जानते हैं कि आजकल बच्चे सोशल मीडिया, इंटरनेट और गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं और अब यही पैरेंट्स के लिए चिंता का कारण बन गया है। बच्चे कम उम्र में डिजिटल उपकरणों और सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं और माता-पिता को सुरक्षा, आत्मसम्मान, सामाजिक संबंधों और आदतों पर नकारात्मक प्रभावों को रोकने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्क्रीन टाइम बन गया है चिंता – पिछली रिपोर्टों से पता चलता है कि कोरोना के दौरान स्क्रीन टाइम को लेकर मां-बाप सबसे ज्यादा परेशान रहते थे। एक्सपर्ट्स यही सलाह देते हैं कि माता-पिता को अपने बच्चों को टेक्नोलॉजी का नियमित रूप से मूल्यांकन करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। अगर पैरेंट्स को इस दिशा में कुछ भी गलत महसूस होता है, तो वे बच्चे के लिए सोशल मीडिया और इंटरनेट के उपयोग को लेकर कुछ नियम बना सकते हैं। सोशल मीडिया और डिवाइस सेटिंग्स भी बच्चों की सुरक्षा में मदद कर सकती हैं। सर्वे के निष्कर्ष 2,099 प्रतिक्रियाओं पर आधारित हैं जिसमें बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर माता-पिता की चिंता सामने आई हैं। अधिकांश माता-पिता अवसाद, आत्महत्या, तनाव, चिंता जैसे विषयों को बड़ी समस्याओं के रूप में देखते हैं।
पैरेंट्स को क्या करना चाहिए – पैरेंट्स को स्कूल, बच्चे के टीचर और उसके डॉक्टर के साथ मिलकर बच्चे को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचने पर काम करना चाहिए। आप रोज अपने बच्चे से बात करें और उसे ये एहसास दिलाएं वो अपनी परेशानियों के बारे में आपसे बात कर सकता है। उसे बताएं कि अगर उसे मानसिक और भावनात्मक स्तर पर कोई दिक्कत हो रही है, तो वो आपसे बात कर सकता है।
Home / Lifestyle / बच्चों की परवरिश में इन दो चीज़ों से सबसे ज्यादा परेशान हैं मां-बाप, नहीं मिल पा रहा कोई समाधान