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मां-बाप अपने सपने बच्चों पर न थोपें, युजवेंद्र पहल की पत्‍नी धनाश्री वर्मा डांसर बनने पहले थीं डेंटिस्‍ट


युजवेंद्र चहल और उनकी पत्‍नी धनाश्री वर्मा की करियर हिस्‍ट्री काफी एक जैसी रही है। जहां चहल पहले चेस खेला करते थे और फिर क्रिकेट में आए, वहीं धनाश्री पहले डेंटिस्‍ट हुआ करती थीं और उसके बाद डांसर और कोरियोग्राफर बनीं। किसी के भी लिए अपने करियर को बदलना आसान नहीं होता है।
कहते हैं कि बच्‍चों पर मां-बाप को कभी भी अपने सपनों को थोपना नहीं चाहिए। उसे अपने पैशन को फॉलो करने देना चाहिए। इससे आज नहीं तो कल, उसे सक्‍सेस जरूर मिल जाएगी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं इंडियन क्रिकेटर युजवेंद्र चहल की पत्‍नी धनाश्री वर्मा। धनाश्री ने यह साबित कर दिया कि आप कहां से शुरू कर रहे हैं, इससे आपकी सफलता साबित नहीं होती है बल्कि आप किस तरह से अपने पैशन को फॉलो करते हैं, इस पर आपकी सक्‍सेस निर्भर सकती है।
आज आप धनाश्री को एक डांसर के रूप में जानते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को ये बात पता है कि डांसर बनने से पहले डेंटिस्‍ट हुआ करती थीं। धनाश्री ने अपने डेंटिस्‍ट के करियर को छोड़कर डांसर बनने का रास्‍ता चुना और यहां पर उन्‍हें बड़ी सफलता हासिल हुई।
मुश्किल था फैसला – अपने करियर को बदलना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है और यह निर्णय लेने में काफी हिचकिचाहट महसूस होती है लेकिन धनाश्री ने साबित कर दिया कि अगर आपके अंदर किसी चीज को लेकर पैशन है, तो आपको उसमें सक्‍सेस जरूर मिलेगी। पेरेंट्स के लिए धनाश्री एक सटीक उदाहरण हैं कि मां-बाप को अपने बच्‍चों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। हम आपको इस आर्टिकल में आगे बता रहे हैं कि आप किस तरह से अपने बच्‍चे को अपने पैशन को फॉलो करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
आजादी दें – यहां पर सबसे पहले तो आपको अपने बच्‍चे को आजादी देनी है कि वो चुन सके उसे क्‍या पसंद है और क्‍या नापसंद है। उसे यह समझने का मौका दें कि उसका पैशन क्‍या है। बच्‍चा जो भी करना चाहता है, उसे वो करने का मौका दें। इससे बच्‍चे को जरूर सक्‍सेस मिलेगी।
दिलचस्‍पी जरूर दिखाएं – आपके बच्‍चे को जिस भी चीज में दिलचस्‍पी है, आप उसमें रुचि दिखाएं। आपका इतना करना ही बच्‍चे के लिए काफी होगा। दूसरे क्‍या सोचते हैं, इस बात का बच्‍चों पर बहुत गहरा असर पड़ता है, खासतौर पर अपने पेरेंट्स की सोच बच्‍चों को बहुत प्रभावित करती है। अगर आप बच्‍चे को अपने पैशन को फॉलो करने के लिए प्रेरित करेंगे, तो आगे बढ़ने के लिए उसके लिए इतना ही काफी होगा।
क्‍या हैं फायदे – जब पेरेंट्स अपने बच्‍चे को अपने पैशन को फॉलो करने का मौका देते हैं, तो इससे कई फायदे मिलते हैं। themanthanschool वेबसाइट के अनुसार अपने पैशन को फॉलो करने से बच्‍चों में इमोशनल इंटेलिजेंस, सहानुभूति और आत्‍म-जागरूकता विकसित होती है। उनके अंदर क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्‍लम को सुलझाने के स्किल्‍स आते हैं।
संतुष्‍ट रहते हैं – जो बच्‍चे अपने पैशन को ही अपना करियर बनाते हैं, वो अपने काम से काफी संतुष्‍ट रहते हैं। इन्‍हें अपने करियर में सफलता मिलने की अधिक संभावना रहती है।