
चीन को खुश करने के लिए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का भारत के खिलाफ जहर उगलना उन पर भारी लगने लगा है। मुइज्जू के इंडिया आउट अभियान का खामियाजा अब मालदीव की जनता को भुगतना पड़ रहा है। मुइज्जू के इस नफरत भरे अभियान के चलते मालदीव से कई शिक्षक देश छोड़कर जा चुके हैं, जिसके चलते वहां के स्कूलों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। बात इतनी बिगड़ गई है कि मालदीव की संसद में इस बारे में सवाल उठने लगा है, जिसके बाद मुइज्जू सरकार को सफाई देनी पड़ी।
मालदीव की संसद में उठा सवाल – मालदीव के मीडिया आउटलेट अधाधू की रिपोर्ट के अनुसार, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीएम) के सांसद मोहम्मद शाहिद ने संसद में सरकार से सवाल पूछा कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के इंडिया आउट अभियान के चलते कई शिक्षक देश छोड़कर जा चुके हैं। इसके चलते देश में शिक्षकों की कमी हो गई है और बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। एमडीएम सांसद ने सरकार से सवाल किया कि वो इस विकट स्थिति से निपटने के लिए क्या कर रही है।
मुइज्जू सरकार को देनी पड़ी सफाई – संसद में घिरने के बाद मंगलवार को मालदीव की सरकार ने इस मामले पर जवाब दिया और माना कि सरकार बनने के बाद कई भारतीय शिक्षकों ने मालदीव को छोड़ दिया है। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि इसकी वजह चुनाव प्रचार के दौरान चलाया गया मोहम्मद मुइज्जू का इंडिया आउट अभियान है। सवाल के जवाब में मालदीव के शिक्षा मंत्री डॉ. इस्माइल शफीफू ने मामले पर गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते कोई संकट की स्थिति नहीं है।
मालदीव के शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब कोई शिक्षक छोड़कर जाता है तो कुछ हफ्तों के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही ये भी कहा कि कई बार मालदीव आने वाले विदेशी शिक्षक जल्दी वापस चले जाते हैं। शफीफू ने कहा, “यदि आप पिछले 30 वर्षों के आंकड़े देखें, तो आप पाएंगे कि विदेशी शिक्षक कई बार छोटे से द्वीप पर आते हैं और हो सकता है कि एक महीने के बाद ही चले जाना चाहें। इसलिए मालदीव के स्कूलों में उस तरह का कोई शिक्षक संकट नहीं है। यह सटीक जानकारी नहीं है।”
Home / News / मालदीव में ‘इंडिया आउट’ कैंपेन का खामियाजा भुगत रही जनता, भारतीय शिक्षकों ने छोड़ दिया देश, घिरे मुइज्जू
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